अंबाला छावनी में आज आर्मी में तैनात एक महिला लेफ्टिनेंट ने खुद को फांसी के फंदे से लटका कर मौत को गले लगा लिया। दिल्ली से अंबाला पहुंचे महिला के परिजनों ने आरोप लगाया की साक्षी के पति भारतीय वायुसेना में स्क्वार्डन लीडर है , जो शुरू से ही दहेज़ के लिए उनकी बहन से मारपीट करते थे और उसे मानसिक और शारीरिक प्रातड़ना देते थे , जिसके कारण उनकी बहन ने कल रात तंग आकर खुद को फांसी के फंदे पर लटका लिया। बहरहाल परिजनों का आरोप है की अंबाला पुलिस उनकी शिकायत के बावजूद भी उचित कार्यवाई नहीं कर रही है। दिल्ली के तिलक नगर के रहने वाले अशोक कुमार ने अपनी लेफ्टिनेंट बेटी साक्षी की शादी वायुसेना में तैनात स्क्वार्डन लीडर नवनीत से इसलिए की थी की दोनों पति पत्नी देश की सेवा करते हुए पूरी जिंदगी ख़ुशी ख़ुशी रह सकेंगे। लेकिन अशोक कुमार को नहीं मालूम था की जिस बेटी की खुशियों के सपने वो अपनी आँखों में संजोय बैठे हैं , जल्द ही उन्हीं बूढ़ी आँखों से उन्हे बेटी की आत्महत्या की तस्वीरें देखने पड़ेंगी। साक्षी के पिता और भाई की माने तो उन्हें साक्षी अक्सर अपने पति की प्रतातड़ना से तंग आकर उन्हें अपना दुखड़ा रोती थी , पिछले साल के दिसंबर माह से ही नवनीत अक्सर उनकी बहन को दहेज़ और पैसे की डिमांड को लेकर तंग करता था। बीती रात भी साक्षी ने अपने पिता को फोन किया की मुझसे मारपीट की जा रही है और मुझसे कुछ गलत हो सकता है। साक्षी ने जो कहा वह सुबह सच हो गया और उन्हें सुबह 6 बजे फोन आ गया की साक्षी ने मौत को गले लगा लिया है। मृतक के भाई का आरोप है की साक्षी के पति नवनीत ने घर पर लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज गायब कर दी है और शायद खुद उसने साक्षी को मारा फिर खुद ही उसकी डेड बाड़ी ले कर हस्पताल पहंच गया।
साक्षी के बूढ़े पिता फिलहाल इन्साफ की गुहार लगा रहे हैं। पिता अशोक कुमार सुबह से ही अंबाला रेजिमेंट चोंकि के बाहर खड़े हैं लेकिन देर शाम तक पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की उन्हें कभी कुछ लिखने के लिए कहा जाता है कभी कुछ ।