विवाहिता पर तलाक का दवाब बना रहा था पति
Karnal News (आज समाज) करनाल: जिले के एक गांव में एक विवाहिता ने अपनी 10 वर्षीय बेटी सहित जहरीला पदार्थ निगल लिया। जहर के प्रभाव से मां-बेटी की मौत हो गई। विवाहिता ने यह जानलेवा कदम ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर उठाया है। महिला के पिता ने दामाद और उसके परिवार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। जांच अधिकारी लछमन सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर धारा 108 बीएनएस के तहत कुलदीप, उसकी मां, चाचा और चाची के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद जांच शुरू कर दी है।
बसताड़ा निवासी कुलदीप से की हुई थी शादी
महिला के मायके वालों ने बताया है कि कुरुक्षेत्र निवासी अंजु देवी (30) की शादी करनाल में बसताड़ा के कुलदीप से करीब 12 साल पहले हुई थी। अंजु के 3 बच्चे थे। 10 वर्षीय बेटी जैस्मिन, 9 वर्षीय जानवी और 7 वर्षीय बेटा सम्राट। महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब 4 सालों से कुलदीप का किसी अन्य महिला के साथ संबंध था। इसके चलते कुलदीप ने अंजु को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। 2 साल पहले वह विदेश चला गया और पत्नी-बच्चों का खर्च उठाना भी बंद कर दिया। 31 दिसंबर 2024 को जर्मनी से लौटने के बाद उसने अंजु को घर से निकालने और तलाक देने की बात कही।
अंजु को साथ रखने से किया मना
अंजु ने अपने पिता बलवान सिंह को फोन कर अपनी समस्या बताई। पिता 5 जनवरी 2025 को अपनी बेटी के ससुराल पहुंचे और कुलदीप व उसके परिवार से घर बसाने की बात की। हालांकि, कुलदीप और उसके परिवार ने इसे सिरे से नकारते हुए अंजु को अपने साथ ले जाने की बात कही। कुलदीप की मां निर्मला और चाचा कृष्ण ने यहां तक कह दिया कि वे कुलदीप की शादी उस महिला से कराएंगे, जिससे उसके संबंध हैं।
10 जनवरी को दी जहर खाने की सूचना
10 जनवरी 2025 की शाम करीब 4:30 बजे कुलदीप ने अंजु के पिता बलवान सिंह को फोन कर बताया कि अंजु ने जहर खा लिया है। बलवान सिंह तुरंत अपनी पत्नी और बेटे के साथ अर्पणा अस्पताल, मधुबन पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने बताया कि अंजु ने जहरीला पदार्थ खा लिया था और उसकी हालत गंभीर है। इसी दौरान अंजु की बड़ी बेटी जैस्मिन की तबीयत भी बिगड़ गई। उसे करनाल के कल्पना चावला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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