उन्नाव। गैंगरेप करना और उसके बाद हत्या को अंजाम देना, ऐसा हो गया है जैसे अपराधियों के दिलो दिमाग में कोई डर या कानून का खौफ है ही नहीं। अभी हैदराबाद रेप मामला पूरी तरह से ठंडा हुआ भी नहीं कि एक और केस सामने आ गया। उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के गौरा मोड़ के पास गुरुवार को एक रेप पीड़िता को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। गैंगरेप पीड़िता भोर में अपने मुकदमे की तारीख पर कोर्ट जा रही थी। मुकदमे की सुनवाई के लिए रायबरेली के लिए उसे सुबह ट्रेन पकड़ना था लेकिन उसके अपराधी उसे जिंदा जलाने की ताक में बैठे थे। रेप पीड़िता की हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर किया गया है। बता दें कि रेप पीड़िता पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था कि वह केस वापस ले ले लेकिन केस वापस न लेने पर आरोपियों ने पीड़िता को जिंदा जलाने की ठानी। जब वह अपनी तारीख पर कोर्ट के लिए निकली तभी अपराधियों ने उस पर ठंडे, चाकू से वार शुरू कर दिया और बाद में उस पर तेल डालकर उसे जलाने की कोशिश भी की।
पीड़िता ने अपना बयान एसडीएम को दिया। पुलिस ने इस मामले में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी पर अगवा कर गैंगरेप का आरोप है। दोनों आरोपित जमानत पर छूटे थे। पुलिस ने दोनों चचेरे भाइयों को घर से ही गिरफ्तार किया है। इनके साथ पीड़िता को जिंदा जलाने में मदद करने वाले उमेश बाजपाई, हरिशंकर त्रिवेदी और राम किशोर त्रिवेदी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि बिहार क्षेत्र के हिंदूनगर भाटनखेडा गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर 2018 को युवती को अगवार किया और रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप किया। जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में पंजीकृत है और रायबरेली कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। अस्पताल में एसडीएम दयाशंकर पाठक को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि वह गौरा मोड के पास पहुंची तो पहले से मौजूद गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी व रेप के आरोपित शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने लाठी, डंडे, चाकू से वार कर दिया । उसके बाद बदन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। चीखने चिल्लाने पर वहां पहुंचे आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो आरोपित भाग गए। पुलिस ने पीड़िता को सुमेरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जहां पर हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेज दिया गया।