बनूड़, पटियाला। भारतीय फैशन उद्योग के दिग्गज और फैशन डिज़ाइन काउंसिल ऑफ़ इंडिया (एफ.डी.सी.आई ) के अध्यक्ष सुनील सेठी को चितकारा यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट ऑफ लिटरेचर (डी.लिट) के मानद उपाधि से सम्मानित किया । सुनील सेठी ने भारतीय फैशन को वैश्विक स्तर पर लाने में मदद की है। फैशन व्यवसाय , मानवता, विश्व शांति और शिक्षा’ के लिए उनके अद्वितीय और अमूल्य योगदान व एक सफल बिजनेस लीडर के रूप में उनकी प्रेरणादायक यात्रा को सम्मान देते हुए चितकारा यूनिवर्सिटी ने सुनील सेठी को इस मानद उपाधि से सम्मानित किया है।
सुनील सेठी, इस ससय एफडीसीआई के अध्यक्ष हैं। वे फैशन उद्योग के कुशल व्यवसायी और भारतीय फैशन उद्योग में एक प्रतिष्ठित लीडर हैं। उनके नेतृत्व में, एफडीसीआई भारतीय फैशन व्यसयाय को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। जब से उन्होंने 2008 में एफडीसीआई के अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभाला था तब से अभी तक 350 से ज्यादा डिजाइनरों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था बन गई है। इससे पहले सुनील सेठी ली एंड फंग ग्रुप में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट रह चुके हैं। ली एंड फंग एक बहुराष्ट्रीय कंपनी हैं जिसकी पूरी दुनिया भर में उपस्थिति हैं। 40 देशों में 70 से ज्यादा कार्यालय हैं। सेठी को ब्रिटेन , आयरलैंड, इटली, इज़राइल, मॉस्को, लंदन, न्यूयॉर्क, टोक्यो और पेरिस जैसे देशों में सफल ‘भारत-केंद्रित‘ फैशन प्रमोशनल इवेंट्स करने का श्रेय जाता है। सन 2002 से, सुनील सेठी 25 से अधिक भारतीय फैशन डिजाइनरों को वैश्विक मंच पर ले जा चुके हैं। उन्होंने अपने पूरे कैरियर क दौरान ‘मेड इन इंडिया‘ ब्रांड का प्रचार करने की पूरी कोशिश की।
ईपीसीएच द्वारा उन्हें 2005 में, 14वें एक्सपोर्ट अवार्ड फंक्शन में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया, और 2006 में कारपेट एक्पोर्ट प्रमोशन कांउसिल द्वारा उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। ये दोनों ही कार्यक्रम मिनिस्ट्री आफ टैक्सटाइल भारत सरकार द्वारा प्रायोजित थे।
इस दीक्षांत समारोह का उद्घाटन चितकारा यूनिवर्सिटी के चांसलर डाक्टर अशोक चितकारा , सुनील सेठी, प्रो.कविता तारागी, (प्रो वाइस चांसलर चितकारा यूनिवर्सिटी), राजेश चंद्रन (निदेशक, कैरियर एडवांसमेंट सर्विसेज चितकारा यूनिवर्सिटी) , मनपाल सेतिया, (डीन, चितकारा यूनिवर्सिटी) और गोपाल मीणा (वीपी, स्ट्रेटेजिक इनिशिएटिव्स, चितकारा यूनिवर्सिटी ) द्वारा दीप प्रज्जलित करके किया गया। दीप प्रज्ज्वलन समारोह के बाद, राजेश चंद्रन ने चितकारा यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों को बखान किया और सुनील सेठी व एफडीसीआई का परिचय कराया। इस समारोह को आगे बढ़ाते हुए, प्रोफेसर कविता तारागी ने डॉक्टर अशोक चितकारा व सुनील सेठी को मंच पर आमंत्रित किया, जहाँ सेठी को चितकारा यूनिवर्सिटी की ओर से डॉक्टर अशोक के चितकारा द्वारा डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (डी.लिट) की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
डाक्टर सुनील सेठी ने अपने भाषण में चितकारा यूनिवर्सिटी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हिज होलीनेस दलाई लामा के बाद वे इस प्रतिष्ठित सम्मान को पाकर बहुत खुश हूं। मैं डॉक्टर चितकारा और उनकी टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं। यह पुरस्कार लेकर मैं बहुत विनम्र हूं। फैशन की दुनिया में मेरा काम हमेशा ही मेरे लिए जुनून की तरह रहा है क्योंकि यही भावना में उत्कृ ष्कता की तरफ लेकर जाती हैं। मुझे उम्मीद है कि यूनिवर्सिटी के छात्र मेरे जीवन के अनुभवों से एक यह प्रेरणा ले सकते हैं कि अपने सपनों का पीछा करो और उन्हें साकार करो।
इस अवसर पर, डाक्टर अशोक के चितकारा ने कहा कि चितकारा यूनिवर्सिटी आज हमारे बीच में डाक्टर सुनील सेठी को पाकर खुद को सम्मानित महसूस कर रही है।