Fatty liver: लिवर से संबंधित कई तरह की बीमारियां वैश्विक स्वास्थ्य के लिए बड़ा जोखिम रही हैं। लिवर में फैट बनने यानी फैटी लिवर की समस्या का खतरा कम उम्र के लोगों में भी देखा जा रहा है। सभी लोगों को लिवर की बढ़ती इस बीमारी को लेकर सावधानी बरतना और बचाव के लिए उपाय करते रहना जरूरी है।
लिवर में फैट जमने का खतरा उन लोगों में भी देखा जाता रहा है जो शराब नहीं पीते हैं। अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि इसके लिए लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी एक कारण हो सकती है। वजन अधिक होना, शुगर कंट्रोल में न रहना भी इस रोग का एक बड़ा मानी जाती हैं।
लिवर में फैट बनने के क्या कारण हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कई कारण हैं जो लिवर में फैट की मात्रा बढ़ाने वाले हो सकते हैं। हाई कैलोरी वाली चीजें खाने से जोखिम बढ़ सकती है। जब हमारा लिवर, फैट वाली चीजों को सामान्य रूप से संसाधित और विघटित नहीं कर पाता है तो इसके कारण फैट जमने का खतरा हो सकता है। मोटापा, मधुमेह या हाई ट्राइग्लिसराइड्स जैसी कुछ अन्य स्थितियों से पीड़ित लोगों में भी फैटी लिवर विकसित होने की आशंका अधिक होती है।
शराब का सेवन नुकसानदायक
लिवर के लिए जिन चीजों को सबसे हानिकारक माना जाता है, शराब पीने की आदत उसमें प्रमुख है। अत्यधिक शराब के सेवन से न सिर्फ फैटी लिवर की समस्या होती है बल्कि इससे लिवर फेलियर तक का भी जोखिम रहता है। फैटी लीवर रोग से पीड़ित लोगों को शराब का सेवन बिल्कुल न करने की सलाह दी जाती है।
कम कर दें चीनी का सेवन
अध्ययनकर्ताओं ने बताया, फैटी लिवर रोग विशेष रूप से नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (एनएएफएलडी) के लिए अधिक मात्रा में चीनी के सेवन को जिम्मेदार माना जाता है। ये आदत ब्लड शुगर के स्तर को काफी बढ़ा देती है जिससे लिवर में वसा की मात्रा बढ़ने लगती है। कैंडी, आइसक्रीम और मीठे पेय भी आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। ज्यादा चीनी का सेवन करते हैं तो सावधान हो जाइए।
शारीरिक रूप से सक्रिय न रहना खतरनाक
नियमित व्यायाम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। व्यायाम की कमी फैटी लिवर रोग के खतरे को तो बढ़ाती ही है साथ ही इससे शारीरिक और मानसिक कई प्रकार की समस्याओं का खतरा भी हो सकता है।