बेटे की हार के बाद बिगड़ी थी नरेंद्र राणा की तबीयत, आज होगा अंतिम संस्कार
Karnal News (आज समाज) करनाल: जिले की असंध विधानसभा सीट से बसपा-इनेलो प्रत्याशी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके गोपाल राणा के पिता नरेंद्र राणा का शनिवार रात निधन हो गया था। गोपाल राणा ने बसपा-इनेलो के सांझे प्रत्याशी के तौर पर असंध से चुनावी रण में उतरे थे। लेकिन आठ अक्टूबर हो आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में उन्हें भाजपा के योगेंद्र राणा से हार का सामना करना पड़ा।
गोपाल राणा की हार के बाद से ही उनके पिता नरेंद्र राणा की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें ईलाज के लिए चंडीगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां गत दिवस उनका निधन हो गया। इससे पहले नरेंद्र राणा ने अपने बेटे गोपाल राणा के लिए चुनाव प्रचार भी किया था। लेकिन बेटे की हार के बाद उनकी तबीयत फिर से खराब हो गई थी। नरेंद्र राणा हरियाणा बसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पानीपत राजपूत सभा के अध्यक्ष भी थे।
नरेंद्र राणा ने 2019 में लड़ा था विस चुनाव
नरेंद्र राणा के सबसे करीबी रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नैनपाल राणा ने उनके निधन पर कहा कि नरेंद्र राणा के निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। नरेंद्र 2005 में ददलाना गांव के सरपंच बने थे। नरेंद्र राणा ने 2019 में बसपा में शामिल होकर असंध से टिकट पर चुनाव लड़ा था। वह मात्र 1703 वोटों से हार गए थे। नरेंद्र राणा मायावती के करीबी रहे हैं। उनके दो बेटे एडवोकेट गोपाल और इंजीनियर नीरज हैं। नरेंद्र की एक बेटी भी है, सभी बच्चों की शादी हो चुकी है। नरेंद्र पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। नरेंद्र राणा ने सभी 36 बिरादरियों को साथ लेकर काम किया। उन्होंने नेता के तौर पर नहीं बल्कि भाई और बेटे के तौर पर काम किया।
गोपाल राणा ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
गोपाल राणा ने लिखा सोशल मीडिया पर लिखा जैसे ही पापा को हार की खबर मिली, उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मैं सोच रहा था कि क्या पता मेरी जीत से पापा ठीक हो जाते, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, मैं सिस्टम का शिकार हो गया, मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि भविष्य में किसी के साथ अन्याय न हो।
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