अमृतसर पुलिस को मिली सफलता, 1 लाख रुपये की ड्रग मनी भी बरामद

Amritsar Crime News (आज समाज), अमृतसर : नशा तस्करों व आपराधिक तत्वों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल करते हुए अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक व्यक्ति और उसके पुत्र को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने देते हुए बताया कि पुलिस टीमों ने आरोपियों के कब्जे से 1 लाख रुपये की ड्रग मनी, एक फर्जी हथियार लाइसेंस, दो हथियार (एक .30 बोर पिस्टल, दो मैगजीन और 15 जिंदा कारतूस, एक .306 सिंगल बैरल स्प्रिंगफील्ड राइफल और पांच जिंदा कारतूस) बरामद किए हैं। इसके अलावा, उनकी टोयोटा कोरोला कार भी जब्त कर ली गई है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान अमोलक सिंह और उसके पुत्र महाबीर सिंह के रूप में हुई है, दोनों तरनतारन के गांव ठठा के निवासी हैं।

इस केस के सात आरोपी पहले ही गिरफ्तार

गौरतलब है कि इस मामले में सात अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें दो सगे भाई मनजीत सिंह उर्फ मन्ना और लवजीत सिंह उर्फ लव उर्फ लाभ शामिल हैं, जिन्हें भी नशे के कारोबार में बड़े स्तर पर सक्रिय माना जाता था। इनकी गिरफ्तारी 3 किलोग्राम हेरोइन, 5 लाख रुपये की ड्रग मनी और अपराध में इस्तेमाल किए गए वाहनों के साथ हुई थी। जिक्र योग्य है कि दोनों आरोपी भाई 2015 से फरार थे और डायरेक्टोरेट आॅफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) मुंबई द्वारा 260 किलोग्राम हेरोइन और दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा 356 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने के मामलों में वांछित थे।

पहले भी जेल जा चुके हैं आरोपी

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी अमोलक सिंह अपने बेटे के साथ मिलकर एक बड़ा ड्रग कार्टेल चला रहा था। उन्होंने बताया कि अमोलक 2019 में जेल से बाहर आया था, लेकिन तब से वह अवैध गतिविधियों में सक्रिय था और फरार चल रहा था। उसके खिलाफ पंजाब भर में एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत 10 एफआईआर दर्ज हैं। डीजीपी ने यह भी बताया कि जांच के दौरान आरोपियों के कब्जे से बरामद किया गया हथियार लाइसेंस फर्जी पाया गया है। इस संबंध में आगे की जांच जारी है और और भी बरामदगी की संभावना है।

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