नई दिल्ली। पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर हो सकता है। इस सप्ताह एफटीएफ की बैठक होने जा रही है जिसमें चीन मेजबानी करने जा रहा है। चीन ने हमेशा से ही पाकिस्तान को समर्थन दिया है। एक बार फिर से चीन ने पाकिस्तान की आतंकी फंडिंग पर शिंकजा कसने के प्रयास की तारिफ की है। पाकिस्तान की तरफ से आतंकी फंडिंग व मनी लान्ड्रिंग के खिलाफ उठाए गए कदमों का परीक्षण करने के लिए एफएटीएफ की बैठक इसी सप्ताह बीजिंग में होनी है। एफएटीएफ का काम आतंकवाद को बढ़ावा देने के प्रयासों लिए होने वाली फंडिंग पर नजर रखना है। चीन फिलहाल संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के समर्थन वाली इस संस्था के अध्यक्ष पद पर है, जबकि एशिया पैसेफिक ज्वाइंट ग्रुप के लिए सह अध्यक्ष है।
एफएटीएफ ने लश्कर-ए-ताइबा, जैश-ए-मोहम्मद व अन्य आतंकी संगठनों को मिलने वाले धन की आवाजाही पर अंकुश नहीं लगाने के चलते पिछले साल अक्तूबर में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। पाकिस्तान की तरफ से इसके खिलाफ उठाए गए कदमों से एफएटीएफ बीजिंग में होने वाली इस बैठक के दौरान संतुष्ट नहीं होता है तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है।