(Fatehabad News ) फतेहाबाद। पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी, आईपीएस ने आमजन को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए विशेष एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि आधुनिकता के इस युग में साइबर अपराधी दिन प्रति दिन फ्रॉड करने के नए-नए तरीके इस्तेमाल करते है । उन्होंने कहा कि आजकल साइबर अपराधी खतरनाक वायरस बिंगो मोड के जरिए यूजर्स के बैंक खातों पर अटैक कर रहे है । पुलिस अधीक्षक मोदी ने कहा कि साइबर अपराधी यूजर्स को संदिग्ध लिंक भेजते है,और यूजर्स जैसे ही संदिग्ध लिंक पर क्लिक करते है तो एसएमएस के जरिए खतरनाक वायरस बिंगो मोड मोबाइल, लैपटॉप,या कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है,और यूजर्स के बैंक खातों की डिटेल चुराकर कर यूजर्स का खाता खाली कर खुद को उड़ा लेता है, इसलिए इसे आत्मघाती मेलवेयर के नाम से भी जाना जाता है ।
एसएमएस में लिंक के जरिए मोबाइल में प्रवेश करता है बिंगो मेड, इसलिए अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें
पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने बताया कि इस तरह से यूजर्स को कुछ भी समझ नहीं आता कि उसके साथ क्या हो रहा है । उन्होंने बताया कि मेलवेयर बिंगो मोड को इस तरह से प्रोग्राम किया हुआ है कि संक्रमित मोबाइल से दूसरे मोबाइल में एसएमएस के जरिए अपने आपको फैलाता है । उन्होंने बताया कि बिंगो मेड आत्मघाती मेलवेयर में हैकर्स द्वारा सेल्फ डिस्ट्रेक्टिव प्रोग्राम फीड किया है, जो यूजर्स की बैंक डिटेल चुराने के बाद अपने आपको मोबाइल से रिमूव करके मोबाइल को फैक्ट्री रिसेट मोड पर ले आता है,ऐसे में यूजर्स को पता भी नहीं चलता कि उसके मोबाइल में आखिर हुआ क्या था ।
पुलिस कप्तान आस्था मोदी ने आमजन से कहा कि बिंगो मेड नामक खतरनाक वायरस के बारे में साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने हाल ही में बिंगोमोड नामक एक नए एन्ड्रोइड रिमोट एक्सेस ट्रोजन (रेट) का पता लगाया है, जो डिवाइस से धोखाधड़ी से पैसे ट्रांसफर करता है । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं के अनुसार बिंगो मोड, मोबाइल मेलवेयर की आधुनिक रेट पीढ़ी से संबंधित है, क्योंकि इसकी रिमोट एक्सेस क्षमता संक्रमित डिवाइस से सीधे अकाउंट में टेकओवर करने की अनुमति देती है । उन्होंने कहा कि एन्ड्रोइड के मीडिया प्रोजेंक्शन एपीआई का उपयोग करके स्क्रीनशॉट लेने और वास्तविक समय में डिवाइस के साथ संपर्क कर 40 से अधिक कमांड दूर से प्राप्त करने की क्षमता रखता है । उन्होने कहा कि व्हाट्सएप,मेल,या किसी अन्य सोशल साइट पर आए किसी भी अंजान लिंक को क्लिक न करें । आधुनिकता व डिजिटलाइजेशन के इस दौर में साइबर ठगी से बचने के लिए अपने आप को सावधान व सतर्क रखें, क्योंकि सावधानी व सतर्कता ही साइबर ठगी से बचने का बेहतर उपाय है ।
*अपीलः-*
एसपी आस्था मोदी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस तरह के फर्जी लिंक से सावधान रहें और अपनी निजी जानकारी किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा न करें क्योंकि ऐसा करने से आप साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो जाते है। पुलिस अधीक्षक फतेहाबाद ने कहा कि यदि किसी के साथ साइबर ठगी की घटना हो जाए तो तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करना चाहिए या फिर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर इसकी तुरंत सूचना दें ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके ।