Fatehabad News : बृजलाल डीएवी स्कूल में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित 

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Tree plantation program organized in Brijlal DAV School
डीएवी स्कूल में विद्यार्थियों के साथ पौधारोपण करते हुए आप नेता आदित्य बंसल 
(Fatehabad News ) जाखल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के तत्वाधान में जाखल स्थित बृजलाल डीएवी पब्लिक स्कूल द्वारा शिक्षा को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को मजबूत करने के उद्देश्य से 22 से 28 जुलाई तक मनाएं जा रहें शिक्षा सप्ताह के तहत शनिवार को छठे दिन स्कूल परिसर में पौधारोपण अभियान चलाया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल के अतिरिक्त प्रधानाचार्य विजय कुमार द्वारा शहर निवासी आम आदमी पार्टी के युवा नेता आदित्य बंसल को आमंत्रण किया गया। इस निमंत्रण पर स्कूल में पहुंचें आदित्य बंसल ने अपने लम्हों की यादें ताजा की।
आदित्य बंसल के वृक्षारोपण कार्यक्रम में पहुंचकर हौसला अफजाई करने से स्कूली छात्र और स्टाफ सदस्यों में अलग ही उत्साह नज़र आया। इस मौके आप नेता आदित्य बंसल ने कहा कि आज इस स्कूल में पहुंचकर उन्हें मन से सुकून मिला है, क्योंकि ये वहीं स्कूल है, जहां पर उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की है। स्थानीय डीएवी स्कूल में आगमन पर आदित्य बंसल ने अपने बचपन की यादों को ताजा किया। इस दौरान उन्होंने छात्र व शिक्षकों के साथ मिलकर स्कूल परिसर में वृक्षारोपण किया। इसके साथ ही स्कूली छात्रों के साथ संवाद भी किया। छात्रों से मिलकर उन्होंने उनका हौसला बढ़ाया और उन्हें भविष्य में अपने माता पिता और क्षेत्र का नाम रोशन करने के लिए लग्न और मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। विदित है कि जाखल के बृजलाल डीएवी पब्लिक स्कूल द्वारा इको क्लब भी बनाया गया है। जिसमें बच्चों को पौधे रोपित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
इस विशेष अवसर पर स्वच्छ व स्वस्थ पर्यावरण को सृजित करने के उद्देश्य से स्कूल परिसर में पौधों का रोपण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पहुंचें आप नेता आदित्य बंसल ने उपस्थित छात्रजनों को वृक्षारोपण का महत्व बताते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति की हरियाली के लिए वृक्षारोपण करने की अति महत्ता है। इस दौरान उन्होंने प्रकृति के संरक्षण हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में प्राचीनतम काल से ही वृक्षों को देव व नदियों की देवी स्वरूप पूजा जाता है। ऐसे में इनका दोहन करना हमारे व हमारी आगामी पीढ़ी के लिए कल्याणकारी नहीं है। ऐसी स्थिति में मानव को पर्यावरण संरक्षण तथा सतत विकास में उसके भागीदारी के प्रति भी सचेत करता है।