- शिक्षा मंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों, अध्यापकों व एसएमसी प्रधानों को किया सम्मानित
- एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत शिक्षा मंत्री ने पौधारोपण करने का किया आह्वान
(Fatehabad News) फतेहाबाद। । हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा है कि स्कूलों का असली लक्ष्य किताबी शिक्षा देना नहीं बल्कि उन्हें संस्कारवान और नैतिकता में मजबूत करना भी है। बच्चों में राष्ट्र के प्रति सम्मान की भावना पैदा करना स्कूलों का लक्ष्य है। श्रीमती सीमा त्रिखा शुक्रवार को भूना रोड स्थित 5 एकड़ रिसोर्ट में जिला स्तरीय विद्यालय प्रबंधन समिति प्रशिक्षण सह-सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने बच्चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम का शुभारंभ शिक्षा मंत्री ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया। उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों, विद्यालय प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों व अध्यापकों को प्रशंसा पत्र व शील्ड देकर सम्मानित किया। शिक्षा मंत्री ने एसएमसी प्रधानों से सीधा संवाद किया और उनके सुझाव भी आमंत्रित किए।
बच्चों के पालन पोषण में माता-पिता और अध्यापकों का महत्वपूर्ण योगदान
उन्होंने सभी एसएमसी को आह्वान किया कि वे प्रत्येक माह बैठक जरूर करें। जो एसएमसी ज्यादा ताकतवर व सक्रिय होगी, उस स्कूल को आगे ले जाने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) का मुख्य उद्देश्य स्कूलों की निगरानी के साथ-साथ अध्यापकों का सहयोग करना भी है। इसलिए सीएमसी प्राचार्य व मुख्याध्यापक के साथ एक मजबूत तालमेल बनाकर अपने स्कूल की उन्नति के लिए काम करें।
उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन पोषण में माता-पिता और अध्यापकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। तीनों का सही सामंजस्य बैठेगा तो बच्चे को निश्चित रूप से तरक्की मिलेगी। उन्होंने सभी सीएमसी प्रधान को आह्वान किया कि वे सभी बच्चों की चिंता करें और स्कूल की बेहतरी के लिए अपने सुझाव अवश्य दें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो स्कूल दो एकड़ या उससे बड़े हैं, उनके चौकीदार और सफाई कर्मचारी के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सरकार गंभीरता से विचार कर रही है ताकि स्कूल की रखवाली के साथ-साथ उसकी साफ सफाई बेहतरीन ढंग से ये कर्मचारी कर पाए।
उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन पोषण में माता-पिता और अध्यापकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। तीनों का सही सामंजस्य बैठेगा तो बच्चे को निश्चित रूप से तरक्की मिलेगी। उन्होंने सभी सीएमसी प्रधान को आह्वान किया कि वे सभी बच्चों की चिंता करें और स्कूल की बेहतरी के लिए अपने सुझाव अवश्य दें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो स्कूल दो एकड़ या उससे बड़े हैं, उनके चौकीदार और सफाई कर्मचारी के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सरकार गंभीरता से विचार कर रही है ताकि स्कूल की रखवाली के साथ-साथ उसकी साफ सफाई बेहतरीन ढंग से ये कर्मचारी कर पाए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह भी लगातार शिक्षा में सुधार के लिए प्रयासरत
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि कोरोना काल के बाद सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और इस समय 25 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि साढ़े 9 वर्ष तक तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्कूलों के लिए बेहतरीन प्रयास किए, जिसके परिणाम आज दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह भी लगातार शिक्षा में सुधार के लिए प्रयासरत है। उन्होंने अध्यापकों को आह्वान करते हुए कहा कि बच्चों में राष्ट्र प्रेम का जज्बा डालना होगा। देश प्रेम की भावना बच्चों में होनी चाहिए, इसके लिए बच्चों को बेहतर वातावरण उपलब्ध करवाए। स्कूलों में शरहद पर खड़े जवान को राष्ट्र भक्ति की भावना देने के लिए हरियाणा के सरकारी स्कूलों बच्चे गुड मॉर्निंग बोलने की बजाए जय हिंद बोलेंगे। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों में राष्ट्र प्रेम की भावना विकसित होगी। शिक्षा विभाग का एक बड़ा कदम राष्ट्र प्रेम के लिए यह समर्पित होगा। श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम शुरू किया है। स्कूलों में भी एसएमसी और अभिभावक साथ मिलकर इस अभियान के तहत पौधारोपण करें। उन्होंने खुशी जाहिर कि अब तक फतेहाबाद के स्कूलों में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत 98 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने सभी से एक पेड़ संतान के नाम लगाने का भी आह्वान किया।
इस अवसर पर फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम ने कहा कि हरियाणा की शिक्षा में सुधार हुआ है। जिला में भी इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। जिला में शिक्षा और खेल के क्षेत्र में अनेक उपलब्धि हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि एसएमसी की कार्य स्कूलों की अच्छी तरह से देखभाल करना है, जिसके बदौलत सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। प्रदेश सरकार की नीति के फलस्वरूप प्राइवेट स्कूल के मुकाबले में सरकारी स्कूलों में अच्छा और सुखद माहौल दिया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों को छोडक़र विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। जिला में अनेक स्कूलों को अपग्रेड किया गया है। स्कूलों में भवनों का निर्माण किया गया है। उन्होंने शिक्षा मंत्री के समक्ष फतेहाबाद विधानसभा में स्कूलों के भवनों के निर्माण को मंजूरी देने और जिला मुख्यालय पर मंजूर हुए राजकीय महाविद्यालय के लिए भवन निर्माण की कार्यवाही शुरू करने का निवेदन किया। इस मौके पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त निदेशक अनुराग ढालिया, एसडीएम राजेश कुमार, डीईओ संगीता बिश्रोई, डीईईओ वेद दहिया सहित स्टार टीचर, अभिभावक और एसएमसी के प्रधान मौजूद रहे।