(Fatehabad News) रतिया। महाविद्यालय रतिया में सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के तृतीय दिवस पर प्रथम इकाई की स्वयंसेविकाओं ने सफाई अभियान चलाते हुए गोद लिए हुए गांव जाखनदादी के राजकीय माध्यमिक स्कूल के प्रागंण में सफाई करी। जन सम्पर्क अधिकारी प्रो सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि डॉ सैन कुमार ने स्वच्छता पर अपने विचार प्रस्तुत किये। तृतीय दिवस की शुरूआत योग और प्रार्थना के साथ हुई।

डिजिटल साक्षरता के प्रति जागरूक करने के लिए व्याख्यान आयोजित

छात्राओं के द्वारा विभिन्न समाचार-पत्रों की मुख्य खबरों का वाचन किया। राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाईयों की स्वयंसेविकाओं को डिजिटल साक्षरता के प्रति जागरूक करने के लिए व्याख्यान आयोजित करवाया गया जिसके मुख्य वक्ता डॉ सुरेन्द्र सभरवाल राजकीय खालसा त्रिशताब्दी महाविद्यालय रतिया रहे।

अपने वक्तव्य में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल साक्षरता का अर्थ – तकनीकी उपकरणों, इंटरनेट और डिजिटल संसाधनों का सही व प्रभावी उपयोग करना। आज के डिजिटल युग में, यह कौशल व्यक्तिगत, शैक्षिक और व्यावसायिक स्तर पर अनिवार्य हो गया है।

डिजिटल साक्षरता में कंप्यूटर, स्मार्टफोन, इंटरनेट ब्राउज़िंग, ईमेल, सोशल मीडिया और ऑनलाइन सुरक्षा का ज्ञान शामिल है। यह न केवल जानकारी तक आसान पहुंच प्रदान करता है, बल्कि ऑनलाइन धोखाधड़ी, साइबर क्राइम और फर्जी सूचनाओं से बचने में भी सहायक होता है। शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल साक्षरता से ऑनलाइन लर्निंग, ई-बुक्स और वर्चुअल कक्षाओं का उपयोग संभव हुआ है।

डिजिटल इंडिया जैसी पहल कर नागरिकों को डिजिटल रूप से सक्षम बना रही

इसके अलावा, रोजगार के नए अवसर भी इससे जुड़े हैं। सरकारें भी डिजिटल इंडिया जैसी पहल कर नागरिकों को डिजिटल रूप से सक्षम बना रही हैं। समाज के हर वर्ग के लिए डिजिटल साक्षरता आवश्यक है, ताकि वे बदलते समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें और तकनीकी विकास का लाभ उठा सकें।

प्रथम इकाई प्रभारी प्रो रीतु ने स्वंयसेविकाओं को स्वास्थ्य और स्वच्छता विषय पर प्रेरित करते हुए रक्तदान शिविर, टीकाकरण अभियान, स्वच्छ भारत अभियान इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से जागरूक किया। द्वितीय इकाई प्रभारी बिन्दु ने राष्ट्रीय सेवा योजना के इतिहास से छात्राओं को अवगत करवाया। इस अवसर पर सभी स्टाफ सदस्य और छात्राएँ उपस्थित रही।

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