- स्थानीय पंचायत भवन से भूना रोड पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस तक रन फॉर यूनिटी का आयोजन
- राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने युवाओं को दिलाई राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ
(Fatehabad News) फतेहाबाद। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर स्थानीय पंचायत भवन से भूना रोड स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस तक रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने पंचायत भवन से झंडी दिखाकर रन फॉर यूनिटी को रवाना किया और युवाओं के साथ दौड़ लगाई। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व विधायक दुड़ाराम, हरकोफैड के चेयरमैन वेद फुलां, जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी, सीटीएम कैप्टन परमेश सिंह सहित हजारों की संख्या में प्रतिभागी शामिल हुए।
भूना रोड स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई और सभी को सरदार वल्लभ भाई पटेल के दिखाए मार्ग पर आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। इन प्रतिभागियों में स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारी, बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता, खेल विभाग के कोच और खिलाड़ी, एनसीसी कैडेट, स्कूली बच्चे, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि देश की आजादी के बाद रियासतों के रूप में अलग-अलग टुकडों में बंटे हुए भारत को एकसूत्र में पिराने जैसा साहसिक और कठिन कार्य सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुरदर्शिता से ही संभव हो पाया था।
रियासतों को एक राष्ट्र के सूत्र में पिरोने जैसा कार्य सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ही किया
उन्होंने कहा कि आज के दिन पूरे भारत के लिए एक महान दिन है क्योंकि आज के ही दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म हुआ था, जिन्होने स्वतंत्रता संग्राम में लंबा संघर्ष करने के बाद देश को एकता के सूत्र में पिरोने के लिए सबसे महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश 562 छोटी-बड़ी रियासतों में बंटा हुआ था और इन रियासतों को एक राष्ट्र के सूत्र में पिरोने जैसा कार्य सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ही किया था। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को सम्मान प्रदान करने की पहल की है। न केवल प्रतिवर्ष उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है बल्कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से गुजरात में विश्व की सबसे ऊंची 182 मीटर ऊंचाई की सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा भी स्थापित की गई है।
उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा को स्थापित करने में तीन वर्ष का समय लगा है और प्रतिमा के निर्माण के लिए देश के कौने-कौने से किसानों से लोहा और मिट्टी एकत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि वे बड़े सौभाग्यशाली है कि इस कार्य में वे स्वयं प्रदेश के गांवों से मिट्टी और उपयोग हुए लोहे को एकत्रित करने में शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा की इस मूर्ति के लिए लोहा और मिट्टी संग्रहण करने की शुरुआत जिला के गांव डांगरा से की गई थी। इस अवसर पर गुजरात के किसान नेता पुरषोत्तम रुपाला की उपस्थिति रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का व्यक्तित्व और देश के निर्माण में जितना बड़ा योगदान था उनके इस कद के मुताबिक ही विश्व की सबसे उंची प्रतिमा स्थापित की गई। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि सरदार पटेल किसानों के सबसे बड़े मसीहा थे और उन्होंने किसानों के उत्थान के लिए सबसे अधिक काम किया है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल ने पूरा जीवन देश की एकता व विकास के लिए समर्पित किया
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने पूरा जीवन देश की एकता व विकास के लिए समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि देश में कुछ ताकतें धर्म, जाति, भाषा और क्षेत्र के नाम पर देश को बांटने का प्रयास कर रही हैं लेकिन सभी भारतवासियों को आज के दिन ऐसी ताकतों के इरादों को विफल बनाने का संकल्प लेने के साथ-साथ यह संकल्प भी लेना होगा कि वे अपने जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा की पहचान से पहले एक भारतीय है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के जीवन आदर्शों से शिक्षा लेकर सभी को भारत की शक्ति बढ़ाने, देश और समाज के उत्थान में अपना सहयोग करना होगा और यदि सभी भारतवासी एकजूट होकर प्रयास करें तो विश्व की कोई भी शक्ति भारत को विश्व शक्ति बनने से नहीं रोक सकती।
इस अवसर पर डीएसपी जयपाल सिंह, जिला खेल अधिकारी विष्णुदत, प्रवीण जोड़ा, विजय गोयल, सुभाष खीचड़, कालू बरसीन, जगदीश शर्मा, कोच सुंदर सिहाग, अनिल, विनीत दुहन, मोहित गोदारा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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