(Fatehabad News) फतेहाबाद। मनोहर मेमोरियल शिक्षण महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान प्रणाली विभाग के तत्वावधान में प्रयागराज महाकुंभ को लेकर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में सहायक प्रोफेसर श्रीमती सुमन बिश्नोई ने विद्यार्थियों को महाप्रयाग कुंभ के सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व से परिचित करवाया।
अपने प्रेरक वक्तव्य में सुमन बिश्नोई ने महाप्रयाग महाकुंभ के ऐतिहासिक महत्व, खगोलीय गणनाओं, जैविक प्रभावों और आध्यात्मिक ऊर्जा के अद्भूत संगम पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसमें छिपे वैज्ञानिक तथ्यों और प्राचीन भारतीय ज्ञान प्रणाली की सटीकता भी देखने को मिलती है। उन्होंने समझाया कि किस प्रकार खगोलीय संरेखण जैसे सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति के विशेष योग—महाकुंभ के आयोजन के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
12 वर्ष बाद आने वाले कुंभ के 12 बार पूर्ण होने पर 144वें वर्ष में जो कुंभ आता है
साथ ही, गंगा जल की विशिष्टताओं, जल स्मृति और मानव शरीर पर स्नान के दौरान होने वाले सकारात्मक प्रभावों की वैज्ञानिक व्याख्या भी विद्यार्थियों के साथ साझा की गई। उन्होंने बताया कि 12 वर्ष बाद आने वाले कुंभ के 12 बार पूर्ण होने पर 144वें वर्ष में जो कुंभ आता है, उसे महाकुंभ कहा गया है।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अंत में छात्रों को भारतीय परंपराओं में निहित विज्ञान को समझने और अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया।
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