Fatehabad News : आयुष विभाग ने बड़ी धूमधाम से बनाया गया सातवां प्राकृतिक चिकित्सा दिवस

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Ayush Department celebrated the 7th Naturopathy Day with great fanfare
प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर स्थानीय योग अभ्यास केंद्र में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ करते मुख्य अतिथि व उपस्थित साधक।

(Fatehabad News) फतेहाबाद। आयुष विभाग व हरियाणा योग आयोग के निर्देशानुसार आयुष विभाग द्वारा 7वां प्राकृतिक चिकित्सा दिवस स्थानीय योग अभ्यास केंद्र (योग दिव्य मंदिर) में बड़े धूमधाम से मनाया गया। कैंप का शुभारंभ नेचुरोपैथी मुख्य अतिथि प्रवक्ता बी मंजूषा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. रितु भाटिया, जिला योग स्पेशलिस्ट नोडल अधिकारी अंबिका पांटा, डॉ. राजेश सरदाना, डॉ. हरीश पारीक, डॉ. कुमारी शिक्षा, डॉ. भारती, डॉ. कल्पना व योग अभ्यास केंद्र के योगाचार्य करमचंद सरदाना व उनके सहयोगी टीम के द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।

किसी प्रकार की दिक्कत आने पर पंच तत्वों के माध्यम से ही हम उसको दुरुस्त कर सकते

मुख्य अतिथि वक्ता विदुषी बी मंजूषा ने कहा कि जिस प्रकार एक इमारत सीमेंट से बनती है उसकी मरम्मत भी सीमेंट, बजरी, कंकर से की जाती है, ठीक उसी प्रकार हमारा शरीर पांच तत्वों से बना है उसमें किसी प्रकार की दिक्कत आने पर पंच तत्वों के माध्यम से ही हम उसको दुरुस्त कर सकते हैं। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. रितु भाटिया ने बताया कि आयुष विभाग जन-जन तक आरोग्य देने के संकल्प को जीता है। विभाग का प्रयास है कि आम जनता तक योग आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सा पहुंचे और उनका जीवन निरोग मुक्त रहे।

डॉ. राजेश सरदाना ने योग साधकों को बताया कि हमारा यह नश्वर शरीर पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश पांच तत्वों से मिलकर बना है। हम अपनी दिनचर्या को संतुलित रखकर इन पांच तत्वों का संतुलन रख सकते हैं और जीवन को उम्र भर रोगों से मुक्त रख सकते हैं। जिला योग स्पेशलिस्ट अंबिका पांटा ने कहा कि हमारी सनातन व ऋषि परंपरा हमें यही संदेश देती है कि हम प्राणी मात्र की सेवा कर सके और वह तब ही संभव है जब हम योग आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से खुद स्वस्थ रहेंगे तो दूसरों के जीवन में खुशियां लाने के भागी बनेंगे। आयुष योग सहायक संजय कुमार ने एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति के माध्यम से रोगों को दूर करने की बारीकी से महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

इस दौरान सभी चिकित्सा विधियों की व प्राकृतिक जड़ी बूटियां की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसे अतिथिगणों व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञों ने बड़े दिलचस्पी से अवलोकन किया और उनसे होने वाले लाभों के बारे में जानकारियां प्राप्त की। इस अवसर पर आयुष योग सहायक कविता, ज्योति, ऐलिश, पवन कुमार, पूजा, रितु, शारदा, सोनू, जन्नत, मनोज, संजय कुमार व अनिल कुमार ने उपस्थित नियमित योग अभ्यास के साधकों को विभिन्न क्रियाओं का अभ्यास करवाते हुए स्वास्थ्य साधकों को स्वास्थ्य लाभ दिया।

 

 

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