(Fatehabad News) फतेहाबाद। आर्य समाज फतेहाबाद द्वारा शारदीय नवसस्येष्टि दीपावली पर्व एवं स्वामी दयानंद सरस्वती बलिदान दिवस के अवसर पर सुंदर नगर स्थित आर्य समाज भवन के प्रांगण में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन यज्ञ किया गया। यज्ञ के ब्रह्मा पुरोहित दीपक शास्त्री ने कहा कि शरद ऋतु की समाप्ति में केवल 15 दिन शेष हैं। 15 दिन बाद सर्वत्र हेमंत ऋतु का राज्य होगा और शीत का शासन सब को स्वीकार करना होगा। वर्षा ऋतु की समाप्ति और शीत ऋतु के आगमन पर जनता को कुछ विशेष तैयारियां करनी पड़ती है।
वर्षा ऋतु में वृष्टि बाहुल्य से वायुमंडल तथा घर बार मालिन और दुर्गन्धित हो जाते हैं। उनकी संशुद्धि और स्वच्छता की आवश्यकता होती है। वायुमंडल का संशोधन हवन यज्ञ से होता है और घर बार की स्वच्छता लिपाई पुताई से की जाती है, इसी समय श्रावणी की फसल का आगमन होता है किसान के आनंद की सीमा नहीं है उसका घर धान, तिल, मूंग, बाजरा और कपास से भरपूर होने को है।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर नवीन फसल के अन्न का यज्ञ करने का विधान हमारे शास्त्रों में वर्णित है। इस सोई हुई परंपरा को पुन: जागृत करने वाले महान देशोद्धारक दयानंद सरस्वती जी को उनकी 141 में पुण्यतिथि निर्वाण दिवस पर भावपूर्ण स्मरण एवं नमन किया गया। इस अवसर पर सुमन रेलहन ने ईश्वरभक्ति व ऋषिभक्ति भजन मधुर स्वर में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर यज्ञ के यजमान आर्य समाज के पूर्व प्रधान बंशीलाल आर्य, पायनियर स्कूल के संचालक विजय निर्मोही एवं सुनीता आनंद रहे।
इनके अलावा आर्य समाज के वर्तमान प्रधान आर्य अरुण ग्रोवर, सचिव डॉ. राजवीर शास्त्री, कोषाध्यक्ष मास्टर राजेश, बुधराम, सतीश चौधरी, रोशन लाल, हरीश गांधी, सुरेंद्र सोनी, डॉ. पृथ्वीपाल सिंह ,हरीश वर्मा, भट्टू से सुभाष चंद्र एवं अनिल कुमार एवं संपूर्ण मातृशक्ति उपस्थित रहें।आर्यसमाज के प्रधान अरूण ग्रोवर ने आए हुए महानुभावों को स्वागत किया एवं सनातन धर्म के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
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