डीएपी खाद न मिलने से परेशान है किसान, कहा- गेहूं की बुवाई में हो रही देरी
Kurukshetra News (आज समाज) कुरुक्षेत्र: डीएपी खाद न मिलने से परेशान किसानों का गुस्सा मंगलवार को फूट गया। नाराज किसान कुरुक्षेत्र स्थित सीएम आवास का घेराव करने पहुंच गए। किसानों के आने की खबर लगते ही पुलिस-प्रशासन ने बैरिकेडिंग किसानों को सीएम आवास के बाहर ही रोक लिया। इस दौरान डीएपी न मिलने से नाराज किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि गेहूं बुवाई की सीजन शुरू हो चुका है। लेकिन किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रहा।
जिस कारण वह गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे। किसानों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो किसानों के खेत खाली रह जाएंगे। बिना डीएपी खाद के गेहूं की बुवाई नहीं की जा सकती। इससे पहले कुरुक्षेत्र के सेक्टर-2 स्थित देवीलाल पार्क संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से किसान पंचायत हुई। पंचायत में हरियाणा की कई किसान यूनियन शामिल हुईं।
सरकार के समक्ष यह रखी मांगे
पंचायत में मांग की गई कि किसानों पर दर्ज मुकदमे, रेड एंट्री वापस ली जाए, पराली जलाने, बीच और डीएपी खाद की कमी को दूर किया जाए। इसके बाद किसान मुख्यमंत्री नायब सैनी को अपनी मांगें बताने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। यहां पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोक लिया। किसान बीच सड़क ही धरने पर बैठ गए।
दो-दो दिन से लाइन में खड़े किसान
किसान नेता रतन मान ने कहा कि सरकार को गेहूं बुवाई का सीजन शुरू होने से पहले डीएपी खाद का भरपूर मात्रा में स्टॉक रखना चाहिए। ताकि किसानों को मांग अनुसार डीएपी मिल सके। किसान डीएपी लेने के लिए दो-दो दिन से लाइन में खड़े हैं, लेकिन इसके बावजूद कई किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है।
ग्राउंड लेवल पर डीएपी खाद की उपलब्धता जांचेगा कृषि विभाग: श्याम सिंह राणा
वहीं गत सोमवार को कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने डीएपी खाद की उपलब्धता बारे अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इसके बाद उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि राज्य में डीएपी की कोई कमी नहीं है। सरकार किसानों को पर्याप्त डीएपी उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे यूरिया खाद की उपलब्धता का भी जायजा लें। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खाद उपलब्धता की समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि किसानों को समय पर डीएपी उपलब्ध हो।
कब कहां पहुंचेंगा खाद
अधिकारियों ने मंत्री को जानकारी दी कि विभिन्न जिलों में डीएपी खाद की आपूर्ति के लिए रेक योजना बनाई है। 6 नवंबर को खोरी और सिरसा में, 7 नवंबर को कैथल और कुरुक्षेत्र में, 8 नवंबर को भट्टू, टोहाना, सिरसा और धूलकोट में, 9 नवंबर को भट्टू, टोहाना और हिसार में,10 नवंबर को भिवानी, कैथल, कुरुक्षेत्र और जींद में तथा 11 नवंबर को गोहाना और जींद में डीएपी की रेक पहुंचेगी। कृषि मंत्री ने किसानों को आश्वस्त किया है कि मांग के अनुसार डीएपी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
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