पिछले वर्ष से एक हजार रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा धान
Karnal News (आज समाज) करनाल: हरियाणा में बासमती धान उत्पादक किसानों को धान का सही मूल्य न मिलने के कारण नुकसान झेलना पड़ रहा है। बासमती धान के मूल्य में पिछले वर्ष के मुकाबले एक हजार रुपए की गिरावट आई है। लागत अधिक आने और धान का मूल्य कम मिलने से किसानों को प्रति एकड़ 20 से 25 हजार का नुकसान उठाना पड़ रहा है। मड़ी में धान लेकर आए किसानों ने बताया कि एक तो मौसम की मार की वजह से उत्पादन में कमी आई है। वहीं दूसरी ओर बरसमती धान के भाव में गिरावट के चलते उन पर दोहरी मार पड़ रही है। किसानों का कहना है कि हरियाणा का बासमती चावल विश्वभर में प्रसिद्ध है लेकिन फिर भी धान के भाव में गिरावट जारी है। किसानों ने कहा कि आज के समय में कृषि खर्च बढ़ता जा रहा है।
एक फसल को उगाने में प्रति एकड़ 20 से 30 हजार रुपए खर्च आता है। लेकिन जब फसल कट कर बिकने के लिए मंडी में जाती है तो वहां पर जाकर उचित मूल्य न मिलने के कारण किसान दिल टूट जाता है। किसानों ने बताया कि इस बार बासमती धान 1509 का रेट 2,500 से 2,800 रुपए प्रति क्विंटल और 1121 धान का रेट 4,000 से 4,200 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहा है, जो पिछले साल से 1 हजार रुपए तक कम है।
सरकार से की उचित रेट निर्धारित करने की मांग
किसान ने बताया कि इस बार बासमती धान की पैदावार में 30 से 40% तक की गिरावट दर्ज हुई है। उन्होंने बताया कि मैंने 40 एकड़ जमीन पर धान की खेती की थी लेकिन पैदावार बहुत कम रही है। पैदावार अच्छी होती तो मोटा मुनाफा हो जाता, लेकिन इस बार घाटा उठाना पड़ रहा है। मंडी में धान की फसल लेकर पहुंचे किसानों ने मांग करते हुए कहा कि सरकार फसलों का उचित रेट निर्धारित करें, ताकि उनकी मेहनत का सही मूल्य मिले। फसलों के उचित भाव मिलेंगे, तो ही किसान घाटे से उभर सकते हैं।
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