गन्ने के भाव बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों ने दिया धरना

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Farmers staged a sit-in demanding increase in the price of sugarcane
Farmers staged a sit-in demanding increase in the price of sugarcane

इशिका ठाकुर,करनाल:
भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के आह्वान पर करनाल की शुगर मिल में भी गन्ने के भाव बढ़ाने की मांग पर किसानों ने धरना शुरू किया है । किसान विरोध स्वरूप शुगर मिल के मुख्य गेट पर दरी बिछाकर प्रदर्शन शुरू किया। इस प्रदर्शन में जिलेभर के किसान एकत्रित हुए। बता दें कि हरियाणा के किसान भी पंजाब की तर्ज पर गन्ने के भाव बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि सरकार किसानों को गन्ने के बेहद कम दाम दे रही है, जो 400 रुपये से कम है। जबकि पंजाब में गन्ने का भाव 450 रुपये से अधिक है। बार बार आश्वासन के बावजूद सरकार उनकी मांगें पुरी नहीं कर रही। यदि सरकार मांगे नही मानती तो आंदोलन तेज किया जाएगा।

Farmers staged a sit-in demanding increase in the price of sugarcane
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450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग

भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के एलान पर आज गन्ना किसानों ने गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर हरियाणा के सभी शुगर मिलों के बाहर प्रदर्शन किया है । उन्होंने मौजूदा पेराई सत्र से ही इसे लागू करने की मांग की. गन्ना किसानों ने उन्हें बताया कि मशीन से कटाई किए गए गन्ने पर लगने वाली काट को सरकार ने बढ़ाकर 7% कर दिया है. जबकि पंजाब में काट केवल 3% है और महाराष्ट्र में यह काट 4.5% है।

किसान बलजीत सिंह ने कहा कि गन्ने का मूल्य 362 रुपए प्रति क्विंटल है। जबकि खोई जो चीनी बनाने के बाद वेस्ट के रूप में बचती है, उसका मूल्य 400 रुपए प्रति क्विंटल है। इस तरह फसल का मूल्य कम है और वेस्टेज का ज्यादा। उन्होंने कहा कि सरकार से मौजूदा पेराई सत्र के लिए सरकार गन्ने का रेट बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल करे। इसके साथ ही काट को 7% से कम करके पंजाब की तर्ज पर 3% करे, ताकि गन्ना किसान घाटे में ना जाए। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने गन्ना का मूल्य मौजूदा पेराई सत्र में नहीं बढ़ाया तो भाकियू (चढूनी) जनवरी में बड़ा आंदोलन करेगी। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। चढूनी के द्वारा पहले ही किसानो को आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

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