- किसान फसलों के अवशेष न जलायें, करें उचित प्रबंधन, फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण भी बुरी तरह से होता है दूषित, किसान फसल अवशेष न जलाएं, करें उचित प्रबंधन : उपायुक्त अनीश यादव
इशिका ठाकुर,करनाल:
उपायुक्त अनीश यादव ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि फसल अवशेष जलाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। फसल अवशेष जलाने से स्वास्थ्य हानि के साथ-साथ किसानों को आर्थिक नुकसान भी होता है। इस नुकसान से बचने के लिए किसानों को पराली जलाना बंद करना होगा तथा किसान फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करें, इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की हर सम्भव मदद की जा रही है।
उपायुक्त ने कहा कि फसलों के अवशेष जलाने से पर्यावरण भी बुरी तरह से दूषित होता है। जबकि आज के समय में पर्यावरण संरक्षण की जरूरत है। इसके लिए हर संभव प्रयास करने की जरूरत है। एकजुटता के साथ हमें इस दिशा में प्रयास करने होंगे। इसमें किसान फसलों के अवशेष जलाने की बजाय उचित प्रबंधन करके बेहतरीन सहयोग दे सकते हैं। अवशेष जलाने से श्वांस के रोगियों के लिए भी अत्यधिक परेशानियां उत्पन्न होती है।
उन्होंनेे कहा कि खरीफ फसलों के लिए किसानों को फसलों के अवशेषों के उचित प्रबंधन की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। किंतु बहुत से किसान अवशेषों को जलाते हैं जो कि उचित नहीं है। फसल अवशेषों को जलाने से कोई लाभ नहीं मिलेगा। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति प्रभावित होती है। उपजाऊपन कम होने से पैदावार भी कम होती है। साथ ही भूमि में किसानों के मित्र कीट भी खत्म होते हैं। इसलिए किसानों को फसलों के अवशेष नहीं जलाने चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए जिला में जिलास्तर, उपमण्डल स्तर, खंड तथा ग्राम स्तर पर निगरानी कमेटियां भी गठित की गई है। इस पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अत: किसानों को फसलों के अवशेष नहीं जलाने चाहिए। अवशेष प्रबंधन के लिए कृषि यंत्र मौजूद हैं, जिनकी सहायता से बेहतरीन प्रबंधन किया जा सकता है। अवशेषों से खाद भी तैयार की जा सकती है।
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