Aaj Samaj (आज समाज), Farmers Protest 2024, चंडीगढ: किसान आंदोलन के चलते हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर आज उस समय हालात बिगड़ गए, जब प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने ट्रैक्टरों से सीमेंट के बैरिकेड को जबरन हटा दिया। स्थिति को देखते हुए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ेने जिससे मौके पर जंग जैसे हालात हो गए।पुलिस ने करीब 15-20 मिनट तक टियर गैस के गोले छोड़े हैं जिस कारण किसान मौके से करीब 100 मीटर पीछे चले गए हैं। पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में भी लिया है। बता दें कि अपनी मांगों को लेकर किसानों ने 13 को ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया था।
सोमवार को वार्ता रही थी विफल
केंद्र सरकार और किसानों के बीच सोमवार को वार्ता विफल रही थी जिसके बाद आज सुबह 10 बजे तक किसानों ने मांगें मानने का अल्टीमेटम दिया था। 10 बजे तक जब केंद्र की ओर से किसानों के पक्ष में कोई जवाब नहीं आया तब हजारों की संख्या में पंजाब से किसानों ने ट्रैक्टरों से दिल्ली कूच कर दिया।
युवाओं ने बैरिकैड्स को मौके से उठाया
किसान अंबाला जिले में जब हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर पहुंचे तो उन्होंने पुलिस व प्रशासन के रोकने के बावजूद बैरिकेड हटाने का प्रयास जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार, शंभू बॉर्डर पर किसानों का समर्थन कर रहे नौजवानों ने बैरिकैड्स को मौके से उठाया इसलिए पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। नौजवान और अन्य प्रदर्शनकारियों ने आंसू गैस के असर से बचने के लिए मुंह पर रुमाल बांधे थे। पानी के टैंकर भी रखे हैं, ताकि आंसू गैस का असर कम किया जा सके। ड्रोन से भी आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं।
एसपी या डीसी से इस नंबर पर कर सकते है संपर्क
हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। प्रदेश पुलिस ने बताया कि जब तक किसान नेता नहीं आ जाते हैं किसी को आगे बढ़ने नहीं दिया जाएगा। अगर किसी को एसपी या डीसी से बात करनी हो, तो इस 9729990500 नंबर पर सपंर्क किया जा सकता है।
किसानों की तीन मुख्य मांगें
केंद्रीय मंत्रियों के बीच सोमवार को हुई बैठक में किसानों की मांगों पर सहमति नहीं बनी हैं। किसानों की तीन मुख्य मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी, किसानों के कर्ज माफ करने और 60 से अधिक उम्र के किसानों को पेंशन है। इसके अलावा किसान स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की भी मांग कर रहे हैं।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, किसान बातचीत के लिए तैयार हैं और केंद्र सरकार जब भी बातचीत के लिए बुलाएगी, हम जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं है और वह केवल समय गुजारना चाहती है। सोमवार को बैठक में हमने पूरी कोशिश की और मंत्रियों से लंबी बातचीत की लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल सका।
यह भी पढ़ें: