- जलाया मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का पुतला
Aaj Samaj (आज समाज), Farmers Organization And All Employees Union,करनाल,23 फरवरी, इशिका ठाकुर : 13 फरवरी से किसान आंदोलन चला हुआ है जिसमें हरियाणा और पंजाब के बॉर्डर पर किसान और हरियाणा पुलिस के बीच में काफी तनाव देखने को मिला है। इस तनाव के इस किसान आंदोलन में पंजाब के बठिंडा जिले के 22 वर्षीय युवक की मौत भी हो गई। जिसके चलते बीते दिन ही चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मिलकर निर्णय लिया गया कि शुक्रवार के दिन पूरे भारत में काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृहमंत्री अनिल विज का पुतला जलाया जाएगा और काला दिवस के रूप में इस दिन को मनाया जाएगा।
इसी कड़ी में शुक्रवार को करनाल में किसान संगठनों ने इकट्ठा होकर सर्व कर्मचारी संघ और ट्रेड यूनियन के लोगो ने मिलकर सर्व कर्मचारी संघ के कार्यालय से लेकर जिला सचिवालय तक एक रोष मार्च निकाला और वहां पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का पुतला जलाया गया।
सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सुशील ने जानकारी देते हुए बताया सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है। इसलिए सर्व कर्मचारी संघ और ट्रेड यूनियन भी किसानों के इस आंदोलन का समर्थन करती है। जिसके चलते शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर किसानों के साथ मिलकर उन्होंने एक रोष मार्च निकाला है और आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया गया है। उन्होंने कहा कि किसान हर किसी को खाने के लिए अन्न देता है लेकिन उसके ऊपर लाठियां बरसाई जा रही है जिसका वह विरोध करते हैं। इसी के चलते शुक्रवार को उन्होंने रोष जाहिर करते हुए इनका पुतला जलाया।
किसान नेता सुरेंद्र सांगवान ने कहा कि सयुंक्त किसान मोर्चा के द्वारा शुक्रवार को पूरे देश में काला दिवस मनाने के लिए कहा गया था । जिसके चलते जिला करनाल में किसानों के द्वारा दो कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें पहला कार्यक्रम करनाल सिटी में आयोजित किया गया तो वहीं दूसरा कार्यक्रम पयोंत टोल प्लाजा पर आयोजित किया गया। जहां पर सैकड़ो की संख्या में इकठे हुए पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का पुतला फूंका गया। उन्होंने कहा कि इस किसान आंदोलन में 22 किसान की मौत हो गई है । इसलिए वह चाहते हैं कि हरियाणा सरकार के ऊपर मामला दर्ज किया जाए और किसान को न्याय दिलाया जाए। किसानों की जो मांग है सरकार को उन सभी मांगों को मनाना चाहिए।
यह किसानों के हकों की आवाज है और पूरे देश का किसान एक साथ खड़े होकर अपने हकों के लिए लड़ रहा है। पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर हरियाणा सरकार के द्वारा किसानों के ऊपर बहुत ही ज्यादा अत्याचार किए जा रहे हैं हरियाणा पुलिस के द्वारा उनके ऊपर ऐसी कार्रवाई की जा रही है जैसे वह किसी दूसरे देश से आए हुए हो। फिलहाल आज के लिए उनके द्वारा काला दिवस मनाया गया मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का पुतला फूका गया । आगामी समय में जो भी संयुक्त किसान मोर्चा का आह्वान होगा उस आधार पर आगे आंदोलन में सहभागिता दी जाएगी।