करनाल, 1अप्रैल, इशिका ठाकुर:
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि भूमि की उर्वरा शक्ति के मद्देनजर भूमि स्वास्थ्य को सुधारने के लिए विभाग ने करनाल जिले के किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान पर 35 हजार एकड़ क्षेत्र की बिजाई के लिए 4200 क्विंटल ढैंचा के बीज का वितरण किया जाना है। उन्होंने बताया कि किसानों को हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केन्द्रो के माध्यम से बीज वितरित किया जाएगा।
ढैंचा का बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वैबसाईट एग्री हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल पर जाकर किसान का पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने बताया कि पंजीकरण 4 अप्रैल 2023 तथा बीज की उपलब्धता तक जारी रहेगा। एक किसान अधिकतम 120 किलोग्राम अथवा 10 एकड़ तक का बीज प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा बीज विकास निगम से बीज लेते समय किसान को अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या किसान कार्ड बिक्री केन्द्र पर प्रस्तुत करना होगा। किसान को बीज के कुल मूल्य का 20 प्रतिशत मूल्य बिकी केन्द्र पर बीज प्राप्त करते समय जमा करवाना होगा। उन्होंने बताया कि स्कीम के अनुसार निरीक्षण के दौरान यदि किसान के खेत में ढैंचा बीज की बिजाई नहीं हुई पाई गई तो उस किसान को 80 प्रतिशत अनुदान राशि विभाग में जमा करवाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
यदि वह ऐसा नहीं करता तो वह मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत उसी भूमि पर कृषि विभाग की स्कीमों का लाभ आगामी एक वर्ष तक प्राप्त करने से वंचित हो जाएगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि हरी खाद हेतु ढैंचा बीज प्राप्त करने के लिए विभाग की वैबसाईट पर शीघ्र अति शीघ्र पंजीकरण करवाएं। उन्होंने बताया कि हरी खाद का उपयोग करने से भूमि की उपजाउ शक्ति व जल धारण क्षमता में वृद्धि होती है व बाहर से रसायनिक उर्वरकों को भी कम मात्रा में डालना पड़ता है।
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