खनौरी में पंजाब के किसान पंजाब के मालवा के अलग-अलग गांवों से आए हैं। वे यहां ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ पहुंचे हैं। किसानों ने दिल्ली धरने को लेकर खाने-पीने का भी पूरा प्रबंध किया हुआ है। यहां गांवों से राशन इकट्ठा किया गया है। लंगर का पूरा इंतजाम है। लकड़ी, सिलेंडर, तरपालें सहित जरूरत का हर सामान के साथ उन्होंने दिल्ली कूच की तैयारी की हुई है।
बठिंडा में हरियाणा की सीमा सील
बठिंडा के डबवाली में भी हरियाणा ने सीमाएं सील कर दी हैं। बुधवार सुबह से अन्य राज्यों के लिए कोई बस वहां से नहीं गुजरी है। पटियाला के शंभू बार्डर भी बंद किए गया था। पुलिस ने वहां भी बैरिकेड्स लगा रख्रे थे।
बठिंडा के डबवाली में भी हरियाणा ने सीमाएं सील कर दी हैं। बुधवार सुबह से अन्य राज्यों के लिए कोई बस वहां से नहीं गुजरी है। पटियाला के शंभू बार्डर भी बंद किए गया था। पुलिस ने वहां भी बैरिकेड्स लगा रख्रे थे।
बब्बू मान ने भी की अपील
मशहूर पंजाबी गायक बब्बू मान ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट सांझी करते हुए लिखा,” २६-२७ तारीख़ को पंजाब की सभी किसान और मज़दूर जत्थेबंदियों ने एकजुट होकर दिल्ली धरने का प्रोगराम बनाया है, आइए सभी कदम से कदम मिला कर चलें। जिंदगी में कई बारी कुछ उलझनें होती हैं, अगर आप किसी मजबूरी या उलझन में फंसे हैं तो अपने साथियों के साथ धरने में शामिल होने की ड्यूटी ज़रूर लगाए, हम सभी मिलकर एक सफल इकट्ठ करें। किसान मज़दूर एकता ज़िंदाबाद…..”
दिल्ली जाते किसान हरियाणा पुलिस ने रोके, किसानों की तरफ से हरियाणा और केंद्र सरकार ख़िलाफ़ नारेबाजी
आज मुख्य राष्ट्रीय शाह मार्ग नंबर 44 और पंजाब -हरियाणा की सरहद घग्गर दरिया पर अम्बाला पुलिस ने शाम तक करीब दो दर्जन दो पहिया वाहनों और किसान यूनियनों के झंडे लगा कर जाते किसानों को रोक कर वापस भेज दिया। जिस पर किसानों ने हरियाणा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ख़िलाफ़ जम कर नारेबाज़ी की और मोदी सरकार ख़िलाफ़ खुल कर भड़ास निकाली। इस दौरान ट्रकों या ट्रैक्टर ट्राली में बैठ कर किसानों ने जाने की कोई कोशिश नहीं की। आज इस मार्ग पर आम दिनों की तरह यातायात चालू रहा। मौके पर मौजूद डीएसपी मुकेश कुमार और डीएसपी कमलजीत सिंह ने बताया कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और हरियाणा पुलिस की इनके साथ कोई निजी लड़ाई नहीं है परन्तु सरकार के हुक्मों अनुसार अमन शान्ति को बनाई रखने के लिए अम्बाला में धारा 144 लगा दी गई है और किसी भी किसान को हरियाणा की हद अंदर दाख़िल नहीं होने दिया जायेगा। इसलिए घग्गर दरिया जो कि पंजाब -हरियाणा की सरहद है और 26 नवंबर की सुबह तक पूरी तरह बैरीकैडिंग करके इस मार्ग को मुकम्मल तौर पर सील कर दिया जायेगा।इस दौरान बड़ी संख्या में हरियाणा पुलिस और सी.आर.पी.ऐफ. के जवानों की गाड़ीयाँ में भारी फोर्स पहुंचनी शुरू हो गई है और किसानों और पानी की बौछार करने के लिए वाटर केनन भी मौके पर पहुँच गई हैं।
आज मुख्य राष्ट्रीय शाह मार्ग नंबर 44 और पंजाब -हरियाणा की सरहद घग्गर दरिया पर अम्बाला पुलिस ने शाम तक करीब दो दर्जन दो पहिया वाहनों और किसान यूनियनों के झंडे लगा कर जाते किसानों को रोक कर वापस भेज दिया। जिस पर किसानों ने हरियाणा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ख़िलाफ़ जम कर नारेबाज़ी की और मोदी सरकार ख़िलाफ़ खुल कर भड़ास निकाली। इस दौरान ट्रकों या ट्रैक्टर ट्राली में बैठ कर किसानों ने जाने की कोई कोशिश नहीं की। आज इस मार्ग पर आम दिनों की तरह यातायात चालू रहा। मौके पर मौजूद डीएसपी मुकेश कुमार और डीएसपी कमलजीत सिंह ने बताया कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और हरियाणा पुलिस की इनके साथ कोई निजी लड़ाई नहीं है परन्तु सरकार के हुक्मों अनुसार अमन शान्ति को बनाई रखने के लिए अम्बाला में धारा 144 लगा दी गई है और किसी भी किसान को हरियाणा की हद अंदर दाख़िल नहीं होने दिया जायेगा। इसलिए घग्गर दरिया जो कि पंजाब -हरियाणा की सरहद है और 26 नवंबर की सुबह तक पूरी तरह बैरीकैडिंग करके इस मार्ग को मुकम्मल तौर पर सील कर दिया जायेगा।इस दौरान बड़ी संख्या में हरियाणा पुलिस और सी.आर.पी.ऐफ. के जवानों की गाड़ीयाँ में भारी फोर्स पहुंचनी शुरू हो गई है और किसानों और पानी की बौछार करने के लिए वाटर केनन भी मौके पर पहुँच गई हैं।