नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश की राजधानी बदलने को लेकर बवाल चल रहा है। आज आंध्र प्रदेश की राजधानी विशाखापट्टनम करने के खिलाफ किसान सड़क पर उतर गए। बता दें कि सरकार अमरावती की जगह विशाखापट्टनम को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाना चाहती है। शनिवार को किसानों ने राजधानी अमरावती को पूरी तरह से बंद करा दिया। अमरावती का जनजीवन पूरी तरह इस आंदोलन के कारण ठप हो गया। किसानों के विरोध को देखते हुए अमरावती में शैक्षणिक संस्थानों, बैंकों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को अपने अपना शटर डाउन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं वेलागापुडी में छुट्टी के कारण राज्य सचिवालय बंद रहा। अमरावती में ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेतृत्व में अमरावती के तहत आने वाले 29 गांवों में हजारों किसानों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया और जाम लगाया। किसानों ने पुलिस को भी बैरिकेड्स लगाकर गांवों में प्रवेश करने से रोक दिया। मंडदम में, किसानों ने आंदोलनकारी महिलाओं के खिलाफ कथित लाठीचार्ज के विरोध में पुलिस वाहन को गांव से गुजरने देने से इनकार कर दिया। कथित लाठीचार्ड में कई महिलाओं को चोटें आई हैं और इसके अलावा महिलाओं की अवैध गिरफ्तारी हुई। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस को वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए डीएसपी वीरा रेड्डी भी किसानों के बीच पहुंचे थे। रेड्डी को देख किसान उनका पैर छूकर उन्हें वापस जाने का अनुरोध कर रहे थे कि डीएसपी खुद आंदोलनकारियों के पैर छूकर सबको आश्चर्य में डाल दिया। उन्होंने किसानों से कानून और व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया और कहा कि पुलिस को अपना काम करने दें। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी बात पर भरोसा नहीं किया।