प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
शामलात और मुश्तरका जमीनों को पंचायतों के नाम करने के फैसले के खिलाफ भाकियू ने प्रदर्शन किया।अर्धनग्न होकर रोष मार्च निकालते हुए डीसी आफिस पहुंचे । प्रदर्शन का नेतृत्व भाकियू जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना ने किया ।
किसानों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतियां जलाई
डीसी आफिस के सामने किसानों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतियां जलाई । भाकियू जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना ने कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया । जिससे फैसला जनता के खिलाफ आया । भाजपा सरकार किसानों और जनता से उनकी जमीनों को छीनना चाहती थी । किसान यूनियन ने फैसला लिया है कि अगर किसी भी गांव में शामलात, मुश्तरका या अन्य जमीनों को पंचायत के नाम कर कब्जा लेने प्रशासन आता है तो विरोध किया जाएगा । किसी भी कीमत पर जमीन को सरकारी कब्जे में नहीं दिया जाएगा ।
इस मौके पर अन्य मौजूद रहे
मौके पर जिला महासचिव गुरवीर सिंह, डायरेक्टर मनदीप रोड छप्पर, युवा जिलाध्यक्ष संदीप टोपरा, गुरमेज कपूरी, कृष्णपाल सुढैल, राजकुमार, होशियार सिंह, पवन कुमार, जोगिंदर, राजेश बिट्टू, प्रवीण, जीत सिंह, सतीश, कमल सिंह, मनोज और गुरमेल समेत अन्य मौजूद रहे ।
किसानों को मुआवजा दिया जाए
इस दौरान किसानों ने तहसीलदार को सीएम के नाम ज्ञापन दिया । किसान पहले डीसी को ज्ञापन देने पर अड़े रहे । लेकिन डीसी मीटिंग में होने से बाद में तहसीलदार को ही ज्ञापन दिया । किसानों ने कहा कि पहले बारिश से गेहूं की फसल खराब हुई । वहीं अब धान की फसल में बीमारी आने और बारिश के कारण खराब हो गई है । सरकार से मांग है कि सर्वे कर किसानों को मुआवजा दिया जाए । अगर किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो किसान बर्बाद हो जाएगा । वहीं मांग की कि किसानों ने बैंक से जो लोन लिया हुआ है वे किसान इस बार लोन नहीं चुका पाएंगे । बैंक को निर्देश दिए जाएं कि लोन की राशि वसूलने के लिए इस बार किसानों को नोटिस न भेंजे । सरकार किसानों का कर्ज माफ करे ।
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