Farmer Protest Update : आय नहीं किसान का कर्ज दोगुना हो गया : राकेश टिकैत

0
101
Farmer Protest Update : आय नहीं किसान का कर्ज दोगुना हो गया : राकेश टिकैत
Farmer Protest Update : आय नहीं किसान का कर्ज दोगुना हो गया : राकेश टिकैत

किसान नेता ने की किसानों से एकजुट रहने की अपील

Farmer Protest Update (आज समाज), एटा : पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के बाद एक बार फिर से देश भर की किसान यूनियन एकजुट होकर किसानों के हकों के लिए आंदोलन के लिए तैयार होती दिखाई दे रही हैं। एकतरफ जहां पिछले दिनों हरियाणा की कई खाप पंचायतों ने डल्लेवाल के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की थी वहीं अब किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों की महापंचायत में सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी है।

हक की लड़ाई के लिए एकजुट हो जाएं

एटा के मारहरा रोड पर किसान महापंचायत में आए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने हक की लड़ाई के लिए किसानों को एकजुट रहने का मंत्र दिया। कहा कि बंटोगे तो लुटोगे। केंद्र व प्रदेश की सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन आय दोगुनी नहीं हुई। कर्ज जरूर दोगुना हो गया। महापंचायत में उन्होंने कहा कि खेत में हम पैदावार करते हैं उसका सही मूल्य हम तक नहीं पहुंचता। बिचौलिए बीच में अपना हिस्सा लेते हैं। किसानों को यूरिया, डीएपी नहीं मिल पा रही है। सरकार चाहती है कि किसान परेशान होकर उसे अपनी जमीन बेच दें।

संगठित रहो नहीं तो सरकार लूट लेगी

राकेश टिकैत ने कहा कि संगठित रहो, सरकार हमें लूट लेगी। जल्द दिल्ली से एक बड़ा आंदोलन होने जा रहा है। कहा कि 2013 से सर्किल रेट नहीं बढ़ाए हैं। जबकि सरकार किसानों की जमीन का अधिग्रहण लगातार कर रही है, सर्किल रेट बढ़ाना चाहिए। इस पर कोई बात नहीं होती है। किसान आयोग की रिपोर्ट पर कुछ नहीं होता है। स्थानीय मुद्दे उठाते हुए कहा कि जिले में पानी के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है। भूमि अधिग्रहण हो रहा है। उसका मूल्य मिलना चाहिए। जैसे गेल ने पाइप लाइन डालने के दौरान दिया है। भाजपा के बड़े नेता मुरली मनोहर जोशी, आडवाणी जो हमेशा किसानों के हित की बात किया करते थे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया।

ये भी पढ़ें : Delhi Weather Update : दिल्ली में कड़ाके की ठंड, 26 से बारिश के आसार

ये भी पढ़ें : Delhi Breaking News : पूर्व सीएम केजरीवाल की मुश्किलें फिर से बढ़ीं