संजीव कौशिक,रोहतक:
- खेत में मौसम तो मंडी में सरकारी लेटलतीफी की मार झेल रहा है किसान- हुड्डा
- ना किसान और ना ही आढ़तियों के हित में ईनेम- हुड्डा
- आढ़तियों की समस्याओं का समाधान कर मंडियों में जल्द खरीद शुरू करवाए सरकार- हुड्डा
- खुद नीतीश कुमार ने निकाल दी इनेलो के तीसरे मोर्चे वाले दावे की हवा- हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि किसान की फसल मंडी और खेत दोनों जगह बर्बाद हो रही है। किसान खेत में मौसम की मार तो मंडी में सरकारी लेटलतीफी की मार झेल रहा है। बार-बार मांग के बावजूद अबतक मंडियों में धान की सुचारू खरीद शुरू नहीं हुई है। इतना ही नहीं पिछले 4 साल से किसानों को फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिला है। एक बार फिर 3 दिन की भारी बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों को सरकारी मदद की दरकार है। लेकिन सरकार अबतक सिर्फ कोरे आश्वासन देने में जुटी है। सरकार खुद के वादे को निभाते हुए किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दे।
आढ़ती कई दिनों से हड़ताल पर बैठे हुए
हुड्डा ने कहा कि ईनेम के विरोध में आढ़ती कई दिनों से हड़ताल पर बैठे हुए हैं। यह व्यवस्था ना आढ़तियों के हित में है और ना ही किसानों के। इसलिए सरकार को आढ़तियों के साथ बातचीत कर जल्द हड़ताल खत्म करवा मंडियों में सरकारी खरीद शुरू करवानी चाहिए। खरीद नहीं होने से किसान पहले ही काफी नुकसान झेल चुके हैं।
40000 टीचर्स के पद खाली
भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। स्कूलों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने लगभग 5000 स्कूलों को बंद कर टीचर्स के करीब 25000 खाली पदों को बिना किसी भर्ती के खत्म कर दिया है। जबकि हरियाणा में लगभग 40000 टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। 2014 से अब तक इस सरकार ने एक भी जेबीटी भर्ती नहीं निकाली। खुद के विज्ञापन पर 8 साल के दौरान सरकार ने टीचर्स की कोई भर्ती नहीं की। स्पष्ट है कि सरकार शिक्षा तंत्र को पूरी तरह निजी हाथों में सौंपना चाहती है।
इनेलो द्वारा तीसरे मोर्चे के गठन का दावा करने के मुद्दे पर हुड्डा ने कहा कि इसकी हवा तो खुद नीतीश कुमार ने निकाल दी। कांग्रेस के बिना बीजेपी विरोधी फ्रंट का निर्माण असंभव है। ऐसे में एक विधायक वाली पार्टी द्वारा ऐसा दावा करना अप्रासांगिक है।
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