Farmer Fed Up with Bank Loan Hangs
आज समाज डिजिटल,रोहतक:
Farmer Fed Up with Bank Loan Hangs: बेमौसम बारिश के कारण खराब हुई फसल और बैंक के लगातार बढ़ते कर्जे के कारण रोहतक के मोर खेड़ी गांव में एक किसान ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली जिसके बाद किसान के शव का आज पोस्टमार्टम करवाया गया। मृतक के परिजनों के अनुसार मृतक ने 12 एकड़ जमीन पट्टे पर ली थी जिसमें बे मौसमी बारिश के कारण फसलें खराब हो गई थी जिसके कारण मृतक डिप्रेशन में रहने लगा और देर रात खेत में पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली|
शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंपा Farmer Fed Up with Bank Loan Hangs
बेमौसम बारिश के कारण खराब हुई फसल के चलते एक किसान ने खेत में पेड़ से फंदा लगा आत्महत्या कर ली जिसके बाद मौके पर पुलिस व फसल की टीम को बुलाया गया। जानकारी के अनुसार रोहतक के मोर खेड़ी गांव का रहने वाले जगबीर ने पिछले साल 12 एकड़ जमीन पट्टे पर ली थी और उसमें फसल लगाने के लिए बैंक से कुछ कर्ज भी लिया था। लेकिन पिछले साल हुई बेमौसम बारिश के कारण जगबीर की सारी फसल खराब हो गई जिससे वह डिप्रेशन में रहने लगा और उसने कल देर शाम खेत में जाकर पेड़ पर फंदा लगा आत्महत्या कर ली। वही आज जगबीर के शव का पोस्टमार्टम कराया गया और परिजनों को सौंप दिया।
फसल खराब होने के बाद डिप्रेशन में रहने लगा था जगबीर Farmer Fed Up with Bank Loan Hangs
वहीं मृतक के परिजनों ने बताया कि जगबीर फसल खराब होने के बाद डिप्रेशन में रहने लगा था। यही नहीं जगबीर को बैंक के कर्ज की भी चिंता सता रही थी जिसको काफी बार समझाया भी गया लेकिन जगबीर डिप्रेशन से बाहर नहीं निकला और उसने कल खेत में जाकर पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। वहीं दूसरी और किसान नेता प्रीत सिंह का कहना है कि सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है।(
Farmer Fed Up with Bank Loan Hangs
उन्होंने कहा कि हर रोज गेहूं की फसल में आगजनी से किसानों को नुकसान हो रहा है जबकि कृषि मंत्री किसी भी प्रकार का मुआवजा न देने के बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान की लागत भी पूरी नहीं हो पाती और ऐसे में किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जगबीर ने भी बैंक के कर्जे के कारण आत्महत्या कर ली है बता दें कुछ देर पहले किसानों ने किसान के आत्महत्या मामले में लघु सचिवालय का भी घेराव किया है और एसडीएम से मुलाकात कर पूरे मामले से अवगत करवाया है। बहराल परिजनों और किसान नेताओं का कहना है कि मृतक का कर्ज माफ किया जाए और उन्हें उचित मुआवजा मिलना चाहिए।