• जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में यूजीसी विनियम, 2025 के मसौदे पर हुई चर्चा

(Faridabad News) फरीदाबाद। जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) द्वारा भारतीय शिक्षण मंडल (बीएसएम), हरियाणा इकाई के सहयोग से यूजीसी (विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों और शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति और पदोन्नति के लिए न्यूनतम योग्यताएं तथा उच्च शिक्षा में मानकों के रखरखाव के उपाय) विनियम, 2025 के मसौदे पर चर्चा करने के लिए विचार-विमर्श सत्र का आयोजन किया गया।

बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुशील कुमार तोमर ने की और इसमें कुलसचिव डॉ राजीव कुमार, भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव सुनील शर्मा सहित फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम जिलों से शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। सुनील शर्मा ने भारतीय शिक्षण मंडल का परिचय देते हुए शिक्षा के उत्थान में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।

2020 के उद्देश्यों को साकार करने के लिए उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक

बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने विनियमों का स्वागत करते हुए कहा कि इनका उद्देश्य शिक्षकों के शिक्षण, अनुसंधान और अकादमिक योगदान पर ध्यान केंद्रित करते हुए पदोन्नति मानदंडों को व्यवस्थित करना है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के उद्देश्यों को साकार करने के लिए उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये विनियम अकादमिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण सकारात्मक बदलाव लाएंगे।

बैठक के दौरान, शिक्षाविदों द्वारा साझा किए गए बहुमूल्य सुझावों को संकलित किया जाएगा और भारतीय शिक्षण मंडल के माध्यम से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को भेजा जाएगा। बैठक का समापन वांछित परिणामों को प्राप्त करने और भारत में उच्च शिक्षा के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए इन विनियमों को प्रभावी ढंग से लागू करने के महत्व पर आम सहमति के साथ हुआ।

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