• हरियाणवी संस्कृति को देखकर अभिभूत हुए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत

(Faridabad News) फरीदाबाद। अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेला 2025 में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तथा सहकारिता एवं विरासत पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अभिभूत हो गए।

हेरिटेज विलेज कुरुक्षेत्र द्वारा ‘अपणा घर’ की स्थापना की गई

हरियाणा सरकार के पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित 7 फरवरी से 23 फरवरी तक चलने वाले सूरजकुंड क्राफ्ट मेला 2025 में विरासत दि हेरिटेज विलेज कुरुक्षेत्र द्वारा ‘अपणा घर’ की स्थापना की गई है। अपणा घर की प्रदर्शनी में जहां एक ओर लोक पारम्परिक विषय-वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है वहीं पर दूसरी ओर हरियाणवी लोक जीवन में प्रयोग की जाने वाली सैंकड़ों वर्ष पुरानी विषय-वस्तु पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। यह जानकारी विरासत दि हेरिटेज विलेज के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने दी।

हरियाणा की लोक सांस्कृतिक विरासत के साक्षात् रूप में दर्शन करने का अवसर मिल रहा

उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय मेले में हरियाणा की लोक सांस्कृतिक विरासत के साक्षात् रूप में दर्शन करने का अवसर मिल रहा है। इस प्रदर्शनी में लुगदी से बने बोहिये, 100 साल पुराने लालटेन और रेलवे लैंप, पित्तल के पुराने बर्तन, लोहे एवं पित्तल की पुरानी बाल्टियां, टांगली और जेली, हरियाणवी लोक परिधान, दरी बनाने के लिए खड्डी, सेल्फी प्वाईंट्स, चरखा, कूंए में प्रयोग किए जाने वाले कांटे एवं बिलाई प्रदर्शित किए गए हैं।

इसके साथ ही डोल जिसका प्रयेाग कूंए से पानी खींचने के लिए होता रहा है भी प्रदर्शनी का हिस्सा बने हैं। इसके साथ ही चड़स तथा सिंचाई के लिए प्रयोग की जाने वाली ढेंकली विशेष आकर्षण बनी। संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि हरियाणा की पगड़ी का स्टॉल भी युवा पीढ़ी के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र हैं, जिसमें पगड़ी बंधाओ, फोटो खिंचाओ इवेंट का आयोजन किया गया है।

तेल रखने के लिए प्रयोग किए जाने वाला कूपा पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र  बना

इसके साथ ही हरियाणवी संस्कृति के विविध स्वरूप जिसमें चौपाल, खेती-बाड़ी के प्राचीन औजार, तीन सौ साल पुराने ताले, तेल रखने के लिए प्रयोग किए जाने वाला कूपा पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।

डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि विरासत का उद्देश्य लुप्त होती लोक सांस्कृतिक परम्परा से आधुनिक युवा पीढ़ी को जोडऩा है। इस कड़ी में विरासत दि हेरिटेज विलेज 2016 से 2024 तक अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट फेयर में भी लाखों पर्यटकों तक हरियाणवी संस्कृति की महक पहुंचा चुका है।

मुख्यमंत्री की बेटी वंशिका सैनी ने विरासत में चलाया चरखा

विरासत हरियाणा पैवेलियन के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की पुत्री वंशिका सैनी का पगड़ी पहनाकर पैवेलियन में स्वागत किया। पैवेलियन में हरियाणवी संस्कृति को देखकर वंशिका सैनी ने कहा कि हरियाणा की पुरातन संस्कृति बहुत अच्छी और समृद्ध है।

वंशिका सैनी ने पैवेलियन में चारपाई भरते हुए क्राफ्टसमैन के साथ चरखा भी चलाकर देखा। इस अवसर पर वंशिका ने यहां पर हरियाणवी लोक परिधानों को देखने के साथ-साथ सेल्फी प्वाईंट्स पर खूब फोटो भी खीचें। विरासत हरियाणा पैवेलियन के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया की ओर से वंशिका सैनी को उपहार स्वरूप हरियाणवी फुलझड़ी भी भेंट की गई।

रूस और अफ्रीका के पर्यटक भी हुए हरियाणवी संस्कृति के कायल

विरासत हरियाणा पैवेलियन में रसिया और अफ्रीका के पर्यटक भी हरियाणवी संस्कृति को देखकर अभिभूत हो गए। विदेशी पर्यटकों ने यहां पर दिखाया गया हुक्का एवं चारपाई पर सबसे ज्यादा सेल्फी ली इसके साथ ही हरियाणा की चक्की, गंडासा, पगड़ी बंधाओ, फोटो खिंचाओ के साथ भी पर्यटकों ने खूब आनंद लिया। हरियाणा के परिवहन के साधन गड्ढा तथा लोहार के गड्ढे के साथ भी पर्यटकों ने सेल्फी ली।

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