- डोर टू डोर दस्तावेजों का सेल्फ सर्टिफिकेशन कार्य तेज,दो दिन में लगभग एक हज़ार लोगों ने कराया सेल्फ सर्टिफिकेशन का कार्य
(Faridabad News) फरीदाबाद। लाल डोरा/आबादी वाली प्रॉपर्टी के कागजातों का सेल्फ सर्टिफिकेशन करने के लिए प्रत्येक जॉन में डोर टू डोर कार्य किया जा रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के द्वारा प्रदेशवासियों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं पर नगर निगम कमिश्नर ए मोना श्रीनिवास के मार्गदर्शन में सभी क्षेत्रीय कर अधिकारियों ने लाल डोरा/आबादी से संबंधित प्रॉपर्टी सर्टिफिकेट का कार्य और प्रॉपर्टी सेल्फ सर्टिफिकेशन कार्य तेज कर दिया गया है।
इस कार्य के लिए मुनादी का कार्य भी निगम द्वारा कराया जा रहा है। इस दौरान निगम द्वारा लगाए जा रहे कैंप में एनआईटी स्थित हनुमान मंदिर,सारन,एनआईटी 3 जोन ,सेक्टर 56,सेक्टर 29,पल्ला,जवाहर कॉलोनी ,बल्लभगढ़ सेक्टर दो और बल्लभगढ़ ब्राह्मण बाड़ा, गाजीपुर डबुआ सहित कई स्थानों पर नगर निगम द्वारा प्रॉपर्टी सेल्फ सर्टिफिकेशन का कार्य किया गया।
सभी जोन में 1000 हजार लोगों ने अपना प्रॉपर्टी सेल्फ सर्टिफिकेशन का कार्य कराया
दो दिन में लगभग सभी जोन में 1000 हजार लोगों ने अपना प्रॉपर्टी सेल्फ सर्टिफिकेशन का कार्य कराया । एडिशनल कमिश्नर श्री पाटिल ने कहा की हर रोज प्रत्येक जोन में कैंप लगाकर लोगो का मोके पर ही यह कार्य कराया जा रहा है।
घर-घर जाकर नगर निगम की तरफ से कर्मचारियों ने पहुंचकर स्थानीय निवासियों से उनकी लाल डोरा अथवा आबादी की प्रॉपर्टी से संबंधित कागजातों का प्रमाण पत्र प्रॉपर्टी मालिकों से सेल्फ सर्टिफाइड कराया।
ताकि उनको सरकार की योजना का लाभ मिल सके। इसका लाभ प्रॉपर्टी का सेल्फ सर्टिफिकेशन कराकर ही उठाया जा सकता है। यही नहीं अपनी प्रॉपर्टी आईडी की कमियाँ को भी मौके पर ही निपटाया जा सकता है।
क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में कर्मचारियों को भेजकर सर्टिफिकेशन के कार्य को पूरा करा रहे
अतिरिक्त नगर निगम कमिश्नर स्वनिल रविन्द्र पाटिल ने कहा कि सभी जॉन के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में कर्मचारियों को भेजकर सर्टिफिकेशन के कार्य को पूरा करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी मालिकों को अपने 10 वर्ष से अपनी प्रॉपर्टी में रहने का प्रमाण देना होगा।
जिसमें मुख्य रूप पिछले 10 वर्षों का बिजली या 10 साल का पानी का बिल या ऐसा दस्तावेज जो राजस्व अधिकारी द्वारा सत्यापित हो और आबादी दे लाल डोरा में स्वामित्व का स्पष्ट रूप से उल्लेख करता हो। आज सभी क्षेत्रीय कराधान अधिकारियों ने अपने अपने एरिया में टीम भेजकर सेल्फ सर्टिफिकेशन का कार्य कराया जा रहा है जो अभी लगातार जारी रहेगा।