- विकसित भारत के लिए युवाओं को विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी में सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया
बलदेव कुमार
(Faridabad News) फरीदाबाद। जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा विकसित भारत के लिए युवाओं को विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी में नेतृत्व कौशल के साथ सशक्त बनाने ध्येय के साथ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम में आईआईटी दिल्ली में गणित विभाग के प्रो. राजेंद्र कुमार शर्मा मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने की। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान विभाग से प्रो. नीरा राघव तथा सीएसआईआर-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला, नई दिल्ली से प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुधीर कुमार शर्मा कार्यक्रम के दौरान आमंत्रित वक्ता रहे।
कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय में विज्ञान संकायाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक प्रो. नीतू गुप्ता द्वारा स्वागतीय संबोधन से हुआ। उन्होंने कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया। जिसके उपरांत कुलपति प्रो. तोमर ने अध्यक्षीय संबोधन में सर सी.वी. रमन की जीवन यात्रा और शोध उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने महेंद्रलाल सरकार और रामकृष्णन जैसे अन्य प्रख्यात भारतीय वैज्ञानिकों का भी उल्लेख किया।
मुख्य अतिथि प्रो. राजेंद्र कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कार्ल फ्रेडरिक गॉस की कहानी और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सेना में होमिंग कबूतरों के उपयोग के बारे में विस्तृत विवरण दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. नीरा राघव ने आधुनिक अवधारणाओं के साथ स्वदेशी ज्ञान पर अपने विचार रखे।
जबकि डॉ. सुधीर कुमार शर्मा ने भारतीय क्षेत्र में एरोसोल का स्रोत विभाजन: एक सरल से जटिल दृष्टिकोण विषय पर संबोधित किया। कार्यक्रम का समापन पर्यावरण विज्ञान विभाग की अध्यक्ष एवं कार्यक्रम की सह-संयोजक डॉ. रेणुका गुप्ता के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
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