Faridabad News : 50 हजार से अधिकर लोगों को जल्द मिलेगी सीवर ओपर फ्लो से निजात

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More than 50 thousand people will be employed as soon as possible by engineers from Open Open Flow,
एनआईटी स्थित दशहरा मैदान के नजदीक बना एसटीपी।
  • बिजली कनेक्शन के लिए किया आवेदन, दिवाली तक दोनों को चालू होने की उम्मीद

(Faridabad News) फरीदाबाद। यह खबर एनआईटी लोगों के लिए राहत भरी हो सकती है,क्योंकि यहां रहने वाले लोगों को जल्द ही सीवर ओवरफ्लो की समस्या से राहत मिलने वाली है। एनआईटी स्थित दशहरा मैदान के बाहर और सेक्टर-25 में आईआईटी मुंबई की तकनीक पर बनाए जा रहे माइक्रो सीवर शोधन संयंत्र (एसटीपी) का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।

इसका कार्य अब अंतिम चरण में है। इसके लिए दो एसटीपी का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया गया है। दिवाली तक दोनों को चालू कर दिया जाएगा। 50 हजार से अधिक लोगों को मिलेगी राहत
जिससे एनआईटी और सेक्टर-25 के 50 हजार से अधिक लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात मिलेगी। इन एसटीपी में शोधित पानी को आसपास के पार्क और ग्रीन बैल्ट में किया जाएगा। शहर में सीवर ओवरफ्लो भारी समस्या है। पुरानी लाइनों की क्षमता कम होने के कारण लोगों को ओवरफ्लो की समस्या से जूझना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्क्त एनआईटी-1, 2, 3, 5, डबुआ कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, नंगला, संजय कॉलोनी, एसजीएम नगर आदि में बनी हुई है। समस्या को लेकर आये दिन लोग नगर निगम के बाहर प्रदर्शन करते है।

वहीं तीन वर्ष पहले शहर वासियों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात दिलाने के लिए फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर निगम ने मिलकर आठ स्थानों पर सीवर शोधन संयंत्र लगाने की योजना तैयार की थी। योजना के तहत संयंत्र लगाने का पैसा स्मार्ट सिटी लिमिटेड दे रहा है, जबकि जगह नगर निगम की है। इसके लिए 64 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया था। योजना के तहत पहले माइक्रो एसटीपी का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। इसकी क्षमता दो एमएलडी होगी। सेक्टर-25 में बनने वाले 15 एमएलडी क्षमता वाला एसटीपी भी बन कर तैयार हो गया है। इस पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, अन्य छह एसटीपी निर्माण के लिए जमीन न मिलने के कारण प्रोजेक्ट कर बंद कर दिया गया है।

प्रकतिक तरीके से साफ होगा पानी

नगर निगम मुख्य अभियंता बीके कर्दम ने बताया कि आईआईटी तकनीक आधारित एसटीपी से पानी को प्रकतिक तरीके से साफ किया जाएगा। यानि एसटीपी को जमीन के नीचे लगाया गया है। उसके पानी को कुछ चुनिंदा पौधों की जड़ों से गुजारा जाएगा। इससे पानी भी साफ होगा और पौधों को भी पानी मिल सकेगा।

पार्कों में होगा इस्तेमाल शोधित पानी

माइक्रो एसटीपी से शोधित होने वाले पानी को आसपास बने पार्क, सडक़ों पर पानी के छिडक़ाव आदि के लिए प्रयोग किया जाएगा। इनके रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम के पास होगी।

वर्जन

दो एसटीपी का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया गया है। दिवाली तक दोनों को चालू कर दिया जाएगा। – अरविंद शेखावत, डीजीएम, फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड