डॉक्टर्स डे
स्वास्थ्य क्षेत्र ने तेजी से हो रहे बदलाव और डॉक्टर व मरीज के बीच कमजोर होती विश्वास की डोर चिकित्सकों के लिए चिंता का विषय है। इसे विश्वास को मजबूत करना बहुत जरूरी है।
डॉक्टर्स डे पर यह कहना है ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एकॉर्ड अस्पताल के चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता का। उन्होंने कहा कि मरीज डॉक्टर को भगवान न समझें और डॉक्टर भी खुद को भगवान ना समझे, क्योंकि वह खुद भी एक इंसान ही है, शिक्षा, ज्ञानार्जन और मेहनत कर वह इस मुकाम पर पहुंचा है, रोग का निदान देने में सक्षम हुआ है। रोगी के लिए डॉक्टर और डॉक्टर के लिए रोगी और उसके परिवारजन मिलकर एक टीम बनती है जो रोग से लड़ाई कर उस पर जीत हासिल करने के लिए प्रयास करती है।
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. ऋषि गुप्ता ने कहा कि खुश रहने से दिल मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में लोगों का हर समय तनावग्रस्त रहना शरीर में कई तरह के रोगों को आमंत्रण देता है। डाॅ. गुप्ता ने कहा कि जहां एक ओर चिकित्सा विज्ञान तरक्की के साथ मृत्यु पर अधिकतम आयु तक जीत की ओर अग्रसर है वहीं लोग हैं कि दैनिक जीवन की छोटी-छोटी बातों से तनावग्रस्त रहकर रोगों को गले लगा रहे हैं, इससे बचना चाहिए