Falguni Mahotsav- 2024 Panipat : 20 मार्च एकादशी के दिन होगा विराट फाल्गुनी महोत्सव

0
193
Falguni Mahotsav- 2024 Panipat
  • महोत्सव की तैयारियों को लेकर लोकसभा सांसद संजय भाटिया ने अधिकारियों की लगाई जिम्मेदारियां
  • आगंतुकों के लिए सातों मार्गों पर लगाये जायेंगे 700 विशेष व्यंजनोंं के स्टॉल
  • सुरक्षा के होंगे चाक चौबंद इंतजाम, ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी
Aaj Samaj (आज समाज),Falguni Mahotsav- 2024 Panipat, पानीपत : चुलकाना धाम में आगामी 20 मार्च को होने वाले श्री श्याम फाल्गुनी महोत्सव की तैयारियों को लेकर प्राचीन सिद्धि श्याम बाबा मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक संस्थाओं की अहम बैठक हुई, जिसमें करनाल लोकसभा सांसद संजय भाटिया, उपायुक्त डॉ.वीरेंद्र कुमार दहिया ने इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए विचार मंथन किया। लोकसभा सांसद संजय भाटिया ने कहा कि महोत्सव को सफल बनाना हम सब की अहम जिम्मेदारी है। महोत्सव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशेष रूप से शिरकत करेंगे। महोत्सव के दौरान 1 लाख से ज्यादा दीप जलाये जायेंगे। महोत्सव में 101 संतों की भागीदारी होगी। संतों के ठहरने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। महोत्सव में 5 लाख साधकोंं के पहुंचने की उम्मीद है। महोत्सव में 1 करोड़ लोग आनॅ लाईन जुड़ेगे। महोत्सव का प्रसारण दृश्य व श्रव्य माध्यमों से किया जायेगा।

 

महोत्सव में 48 घंटे दिन रात भजन कीर्तन का कार्यक्रम रहेगा

उपायुक्त डॉ. वीरेद्र कुमार दहिया ने बताया महोत्सव में 48 घंटे दिन रात भजन कीर्तन का कार्यक्रम रहेगा। प्रख्यात कवि कुमार विश्वास के अलावा उच्च कोटि के संत गोविंद गिरी, ज्ञानानंद महाराज व दिव्यानंद जी प्रमुख रूप से पधारेंगे। उपायुक्त ने बताया कि पार्किंग की विशेष व्यवस्था की जा रही है। सभी मार्गों पर 700 के करीब स्टॉल लगाये जायेंगे। सुरक्षा के दृष्टिगत मंदिर परिसर में चाक चौबंद व्यवस्था की जा रही है। उपायुक्त ने बताया कि पूरे महोत्सव की ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जाएगी।कार्यक्रम में 5 हजार श्याम वॉलिंटियर व्यवस्था में रहेंगे। इस मौके पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत, अतिरिक्त डॉ.उपायुक्त पंकज, एसडीएम समालखा अमीत कुमार, निगम आयुक्त मनी त्यागी , चांद भाटिया, हरियाणवी फिल्म निर्माता दीप सिहाग, सनातन धर्म संगठन पानीपत के प्रधान कृष्ण रेवडी, दशहरा कमेटी के प्रधान रमेश माटा के अलावा एनीमल फिल्म के सैट मेकर और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।