सरकारी अस्पताल के दो कर्मचारी 10 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार
Punjab Crime News (आज समाज), चंडीगढ़। प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी के चलते विजिलेंस टीमें विशेष अभियान चलाकर सरकार कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ शिकंजा कस रही हैं जोकि भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जा रहे हैं। ऐसी ही कार्रवाई करते हुए पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने जिला कपूरथला के सरकारी अस्पताल भुलत्थ में चल रहे एक घोटाले का पर्दाफाश किया है, जहां कुछ कर्मचारी फर्जी नेगेटिव डोप टेस्ट रिपोर्टें जारी करने के बदले रिश्वत वसूल रहे थे।
मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर प्राप्त शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ब्यूरो ने वार्ड अटेंडेंट मनप्रीत सिंह उर्फ सोनू एवं ठेका-आधारित कंप्यूटर आपरेटर भेलू उर्फ इस्माईल को 10 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उक्त अस्पताल में तैनात डा. मोहितपाल और एक अस्थायी लैब तकनीशियन मान सिंह की भूमिका की भी जांच की जा रही है। ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता से नेगेटिव डोप टेस्ट रिपोर्ट जारी करने के बदले 10 हजार रुपए की रिश्वत ली थी।
डोप टेस्ट में कर रहे थे हेराफेरी
आगे की जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी नियमित रूप से डोप टेस्ट के नतीजों में हेराफेरी कर रिश्वत लेते थे और इन फर्जी रिपोर्टों का इस्तेमाल हथियार लाइसेंस प्राप्त करने या पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए किया जाता था। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की मांग संबंधी आडियो/वीडियो सबूतों के साथ-साथ असली और फर्जी रिपोर्टें भी प्रमाण स्वरूप प्रस्तुत की हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो थाना, जालंधर रेंज में एफआईआर दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि विजिलेंस ब्यूरो, जालंधर रेंज इस मामले से जुड़े अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी गहन जांच कर रहा है और भ्रष्ट आचरण का पूरी गंभीरता से पदार्फाश किया जाएगा।
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