Aaj Samaj (आज समाज), Eye Flu Cases, करनाल,25 जुलाई, इशिका ठाकुर :
करनाल में बड़े आई फ्लू के मामले हर रोज 60 प्रतिशत पेशेंट आ रहे हैं आई फ्लू से पीड़ित। करनाल में बरसात व बाढ़ के बाद आई फ्लू के मामले काफी बढ़ते जा रहे हैं अगर करनाल नागरिक हॉस्पिटल की बात करें रोजाना करनाल में 300 से ज्यादा ओपीडी आंखों के मरीजों की आती है जिसमें से करीब 200 मामले आए फ्लू के होते हैं, आई फ्लू के मामले ज्यादा बढ़ते देख जिला स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है और जगह जगह पर जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि उनको आई फ्लू बीमारी के बारे में सजग किया जा सके ।
बरसात के दिनों में ज्यादा फैलता है फ्लू
डॉ नितिका भटनागर नेत्र रोग विशेषज्ञ ने जानकारी देते हुए बताया कि यह एक फ्लू है बरसात के दिनों में ज्यादा फैलता है पिछले तीन-चार दिन के चलते आई फ्लू के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं , डॉक्टर नीतिका भटनागर ने कहा कि जितने भी केस आई फ्लू के सामने आ रहे हैं वह हर एक वर्ग के केस हैं इतने मामले करीब 8 साल बाद सामने आए हैं. यह एक संक्रमण है और किसी को यह फ्लू हो जाता है तो उसको दूसरे लोगों के संपर्क में नहीं आना चाहिए और अगर वह कोई कपड़ा अपनी आंखों को साफ करने में प्रयोग करता है तो उस कपड़े का प्रयोग कोई दूसरा परिवार का सदस्य ना करें वरना यह दूसरे लोगों में भी हो सकता है ।
ये है इसके मुख्य लक्षण
डॉक्टर नितिका भटनागर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह एक फ़्लू होता है अगर किसी को यह बीमारी हो जाती है तो उसको ठीक होने के लिए करीब 10 दिन का समय लग जाता है इस बीमारी की रोकथाम के लिए डॉक्टर के एंटीबायोटिक ड्राप दवाई आंख में डालने के लिए दी जाती है, जो इस फ्लू पर काबू पाती है. काफी सालों बाद इस साल आई फ्लू के ज्यादा मामले सामने आए हैं जिसके चलते अब स्कूल और अन्य संस्थानों में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि उनको संक्रमण से बचाया जा सके . इसके मुख्य लक्षण यह है कि इसमें आंखों में सूजन आ जाती है और आंखों का रंग लाल हो जाता है और साथ ही आंखों से पानी भी बहता है अगर इस प्रकार के लक्षण किसी भी इंसान में दिखाई दे तो वह तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें और अपना ट्रीटमेंट करवाएं.
डॉ आशुतोष मित्तल नेत्र रोग विशेषज्ञ ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले तीन-चार दिनों में ही आई फ्लू के मामले ज्यादा बड़े हैं जिसके चलते किसी इंसान को यह फ़्लू हो जाता है तो वह केमिस्ट या किसी झोलाछाप डॉक्टर से दवाई लेने से बचे क्योंकि अगर यह संक्रमण आँख की काली पुतली को भी संक्रमित कर देता है तो उससे इंसान की नजर इफेक्ट हो जाती है उसको नजर संबंधित बीमारी हो सकती है जिसे यह काफी गंभीर अवस्था में जा सकते हैं इसलिए समय रहते ही अच्छे नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लेकर अपना आंख का इलाज कराएं और अपनी नजर कमजोर होने से बचाएं.
यह भी पढ़ें : Aaj Ka Rashifal 25 July : आज इन राशिवालों पर होगी भगवान की विशेष कृपा, जाने अपना पूरा दैनिक राशिफल
यह भी पढ़ें : MP Kartikeya Sharma ने हेलीपोर्ट के निर्माण का मामला सदन में उठाया
यह भी पढ़ें : Animal Science Center : ग्रामीणों ने हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र पर जड़ा ताला, नियमों की अनदेखी का लगाया आरोप