Aaj Samaj (आज समाज), Eye Flu, पानीपत : उपायुक्त डॉ.वीरेंद्र कुमार दहिया ने बताया कि आई फ्लू के मामलों में हो रही बढोतरी को लेकर प्रशासन गंभीर है। मामलों की बढ़ोतरी को देखते हुए जिले के नागरिकों को कुछ जरूरी दिशा निर्देश दिये गये है जिसके पालना से आई फ्लू से अपने आपको बचा सकते हैं। आई फ्लू से उत्पन्न स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है। हमें इसको लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। उपायुक्त ने ओवर-द-काउंटर दवाओं के उपयोग न करने के निर्देश दिये हैं।
- आई फ्लू को लेकर प्रशासन ने की गाइडलाइन जारी
- ओवर-द-काउंटर दवाओं के उपयोग न करने के उपायुक्त ने दिये निर्देश
मानसून का मौसम अभी समाप्त नहीं हुआ
उपायुक्त ने बताया कि मानसून का मौसम अभी समाप्त नहीं हुआ है। आई फ्लू के मामलों में हो रही वृद्धि का कारण वर्षा के कारण उत्पन्न नमी को माना जा रहा है, जिसने विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित किया है। वर्षा के कारण बढ़ी हुई नमी, मध्यम पर्याप्त तापमान, अस्वास्थ्यकर स्थितियां, दूषित जल का ठहराव और तेज गति से चलने वाले वाहनों द्वारा सडक़ों से गंदे पानी का जमाव संक्रमण के बढऩे का प्रमुख कारण है। उपायुक्त ने बताया कि गुरुवार को दोपहर तक 250 से ज्यादा ओपीडी हुई हैं जो चिंता का कारण है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं हैं। भीमसेन सच्चर अस्पताल में सुविधाएं पर्याप्त है। अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर हैं व दवा तक की सम्पूर्ण सुविधा है।
हाथों से अपनी आंखें पर रगड़ते हैं जिससे संक्रमण फैलता है
भीमसेन सच्चर अस्पताल की डॉ.शालिनी महता का कहना है कि इस बार बढ़ोतरी मौसमी बदलाव के कारण हुई है। ऐसा इसलिए भी है इस साल अधिक बारिश हुई है। बच्चे अक्सर वायरस, बैक्टीरिया से दूषित स्तह को छूते हैं और उन्हीं हाथों से अपनी आंखें पर रगड़ते हैं जिससे संक्रमण फैलता है। उन्होंने बताया कि इसके लक्षणों में खुजली, पानी जैसा स्राव, पलकों की सूजन, हल्की लालिमा शामिल है। उन्होंने बताया कि हमें सावधानी बरतते हुए उचित स्वच्छता बनाए रखना होगा, प्रभावित व्यक्ति और आसपास के लोगों द्वारा बार-बार हाथ धोना, चेहरे को छूने से बचना, जरूरत पडऩे पर सुरक्षात्मक चश्मे का उपयोग करना और आंख से संबंधित कोई भी लक्षण महसूस होने पर पेशेवर चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है।