आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली,(External Affairs Minister S Jaishankar): विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी व विपक्षी पार्टी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद पर की जाने वाली टिप्पणियों को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, भारत चीन से न कभी डरा है और न भविष्य में कभी डरेगा। विदेश मंत्री ने कहा, न पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं और न वह ऐसा करने से डरते हैं।
- विदेश मंत्री ने राहुल गांधी की टिप्पणियों पर साधा निशाना
- -बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण के समय पर भी उठाए सवाल
1984 में भी बहुत कुछ हुआ था, तब डॉक्युमेंट्री क्यों नहीं बनी
विदेश मंत्री ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण के समय पर भी इस दौरान सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह टाइमिंग महज एक संयोग है। बीबीसी की डॉक्युमेंट्री अभी क्यों रिलीज हुई? 1984 में भी बहुत कुछ हुआ था, उस पर ऐसी डॉक्युमेंट्री क्यों नहीं बनाई गई? दिल्ली या भारत में चुनावी साल शुरू हुआ या नहीं, यह तो पता नहीं, लेकिन लंदन और न्यूयार्क में जरूर शुरू हो चुका है।
सीमा पर सेना राहुल ने नहीं, पीएम मोदी ने भेजी है
विदेश मंत्री ने कहा कि चीन के साथ भारत की लगी सीमा पर सेना कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने नहीं भेजी है, पीएम मोदी ने भेजी है। इस समय वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अब तक की सबसे बड़ी सेना को तैनात किया गया है। जार्ज सोरोस के बारे में सवाल पूछे जाने पर जयशंकर ने कहा कि एक कहावत है-वॉर वाई अदर मीन्स, इस पर जरा विचार कीजिएगा। यह एक प्रकार की राजनीति है, जो दूसरे तरीके से की जा रही है। आखिर अचानक से इतनी रिपोर्ट और विचारों की बाढ़ कैसे आ गई? यह पहले क्यों नहीं हुआ?
अक्सर भारत-चीन सीमा मुद्दे पर घेरते हैं राहुल
जब विदेश मंत्री से पूछा गया कि राहुल गांधी आरोप लगाते रहे हैं कि पीएम मोदी और आप चीन का नाम लेने से डरते हैं, तो उन्होंने कहा- चाइना। मैं चीन का नाम ले रहा हूं। न पीएम मोदी और न ही मैं चीन का नाम लेने से डरता हूं। बता दें, राहुल गांधी और कांग्रेस अक्सर भारत-चीन सीमा मुद्दे पर बीजेपी और पीएम मोदी को घेरते आ रहे हैं। राहुल गांधी ने कई बार कहा है कि पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं। वह और विदेश मंत्री कुछ नहीं करते हैं।
भारत-चीन के बीच हों शांतिपूर्ण प्रतियोगिता वाले संबंध : राहुल
राहुल गांधी ने कहा है कि उनके लिए चार महीनों से ज्यादा लंबी भारत जोड़ो पदयात्रा पर एक तपस्या जैसी थी। हाल ही में एक इटैलियन अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह बात कही। भारत- चीन के रिश्तों पर उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण प्रतियोगिता वाले संबंध होने चाहिए। राहुल ने कहा, मुजे नहीं लगता कि औद्योगिक स्तर पर पश्चिम चीन के साथ प्रतियोगिता कर सकता है। खासकर कम कीमत वाले उत्पादन में, लेकिन भारत यह कर सकता है और उसे खासकर अपने लोगों के लिए यह करना भी चाहिए।
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