Aaj Samaj (आज समाज), External Affairs Minister Jaishankar, सेंटो डोमिंगो: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन व भारत के बीच बढ़ रही नजदीकियों की वजह बताई है। डोमिनिकन गणराज्य देश सेंटो डोमिंगो के अपने पहले आधिकारिक दौरे के दौरान उन्होंने बताया कि हाल ही में चीन ने भारत के साथ सीमा समझौतों की अवहेलना की, जिससे द्विपक्षीय संबंधों पर असर पड़ रहा है। वर्ष 2009 से 2013 तक चीन में भारत के राजदूत रहे जयशंकर ने कहा कि स्थायी संबंध एकतरफा नहीं हो सकते है। आपसी संबंधों को बनाए रखने के लिए परस्पर सम्मान होना चाहिए।
- चीन से बढ़ती नजदीकियों पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर
- आतंकवाद की वजह से पाकिस्तान से बेहतर नहीं संबंध
विदेश मंत्री ने कहा कि अधिकतर देशों के साथ भारत के रिश्ते अच्छे हैं। उन्होंने कहा, चाहे अमेरिका, यूरोप, रूस या जापान हो हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि ये सभी संबंध बिना किसी शर्त पर आगे बढ़ें। जयशंकर ने कहा कि चीन से वर्तमान में हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं क्योंकि वह लगातार सीमा पर उल्लंघन करता रहता है। गौरतलब है, भारत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन द्वारा बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती और उसके आक्रामक व्यवहार की आलोचना करता रहा है, जो सीमा प्रबंधन पर समझौते का उल्लंघन है।
डोमिनिकन गणराज्य में भारत के दूतावास का उद्घाटन
पैंगोंग झील क्षेत्रों में हिंसक झड़प के बाद पांच मई, 2020 को हुए गतिरोध का समाधान करने के लिए दोनों पक्षों ने अब तक कोर कमांडर स्तर की 16 दौर की वार्ता की है। विदेश मंत्री ने आज सेंटो डोमिंगो के उपराष्ट्रपति रकील पेना के साथ डोमिनिकन गणराज्य में भारत के दूतावास का उद्घाटन किया है। उद्घाटन समारोह के दौरान वहां डोमिनिकन के उपराष्ट्रपति समेत कई नेता मौजूद रहे थे।
अमेरिकी देशों और कैरेबियाई देशों की पहली यात्रा
डोमिनिकन गणराज्य के राजनयिक स्कूल के बच्चों से बातचीत में भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने पूरे क्षेत्र में कनेक्टिविटी, संपर्क और सहयोग में बड़े पैमाने पर विस्तार देखा है। हालांकि, सीमा पार आतंकवाद के मद्देनजर पाकिस्तान इसका अपवाद बना हुआ है। गौरतलब है, जयशंकर गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डोमिनिकन गणराज्य की नौ दिवसीय यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री के रूप में इन लैटिन अमेरिकी देशों और कैरेबियाई देशों की उनकी पहली यात्रा है।
लैटिन अमेरिका व भारत के बीच सालाना व्यापार 50 अरब डालर
कोलंबिया की राजधानी में भारत-कोलंबिया बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि लैटिन अमेरिका के चार देशों की उनकी यात्रा का उद्देश्य क्षेत्र के साथ भारत के सहयोग के स्तर को और अच्छा करना है। उन्होंने कहा कि आज यहां आने का हमारा उद्देश्य लैटिन अमेरिका में भारत की बढ़ती उपस्थिति को उजागर करना है। हमारे बीच सालाना व्यापार 50 अरब डालर तक पहुंच रहा है। हमारी कंपनियां ऊर्जा, खनन से लेकर कृषि व आॅटो क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश कर रही हैं।
कोरोनाकाल में स्वास्थ्य के प्रति सभी को जागरूक किया
महामारी के दौरान भारत ने साबित किया कि यह दुनिया की फामेर्सी है जयशंकर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भारत ने लगभग 100 देशों को टीके और 150 देशों सहित विकसित देशों को दवाओं की आपूर्ति करके सही मायने में स्थापित किया कि यह दुनिया की फार्मेसी है। उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि कोविड-19 ने हमनें सभी को स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक बनाया है।
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