Examinations Started Without Question Papers : प्रदेश के राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं में बिना प्रशन पत्र से शुरू हुई वार्षिक परीक्षाएं

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Examinations Started Without Question Papers
Examinations Started Without Question Papers

Aaj Samaj (आज समाज), Examinations Started Without Question Papers, करनाल, इशिका ठाकुर: प्रदेश के राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं में बिना प्रशन पत्र से शुरू हुई वार्षिक परीक्षाएं । शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण सरकारी स्कूलों में नही पहुंचे प्रश्न पत्र, परीक्षा देने पहुंचे छात्र कर रहे है इंतजार , स्कूल अध्यापक अब क्वेश्चन पेपर प्रिंट करने में जुटे।

करनाल के घरौंडा कस्बे में शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में पांचवी कक्षा शुरू हुई वार्षिक परीक्षा को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों में प्रश्न पत्र नहीं मिलने या कम संख्या में मिलने से स्कूलों में अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। छात्र परीक्षा देने के लिए कतार में बैठे प्रशन पत्र का इंतजार कर रहे है वही विभाग की तरफ से अब अध्यापकों के मोबाइल पर प्रशन पत्र की सॉफ्ट कॉपी भेजी गई ताकि वे इसे प्रिंट करवा सके ।

पेपर देने के लिए लाइन में बैठे हुए हैं लेकिन बहुत से बच्चों को पेपर नहीं दिया गया: छात्र नवीन

मामला घरौंडा के गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल का है जहां पर वीरवार को प्राइमरी स्कूल के बच्चे पेपर देने के लिए स्कूल में पहुंचे थे लेकिन स्कूल प्रशासन के द्वारा उनका पेपर नहीं दिए गए क्योंकि यहां पर कम संख्या में पेपर पहुंचे हैं, चौथी कक्षा के छात्र नवीन ने बताया कि छात्र ने कहा कि वह पेपर देने के लिए लाइन में बैठे हुए हैं लेकिन बहुत से बच्चों को पेपर नहीं दिया गया, उन्होंने इस पेपर के लिए बहुत ज्यादा लेकिन शिक्षक के द्वारा उनका पेपर नहीं बांटा गया, उनके शिक्षक ने कहा कि थोड़ी देर पेपर दिया जाएगा,आज उनका हिंदी का पेपर है वह काफी देर से लाइन में बैठे हुए हैं।

स्कूल की हेड अध्यापिका ने कहा कि कल भी स्कूल में कई क्लास के पेपर नहीं पहुंचे थे, आज भी पेपर कम पहुंचे हैं जिसकी वजह से बच्चों को पेपर देने में परेशानी हो रही है पेपर देने का समय 9:00 से 11:00 तक है लेकिन बच्चों का समय निकलता जा रहा है जिसके चलते हमें भी परेशानी हो रही है. हमने कल भी विभाग को बताया था लेकिन उसके बावजूद भी आज भी यहां पर पेपर पूरी संख्या में नहीं भेजे गए। स्कूल में 329 बच्चे पढ़ते हैं जिसके चलते हैं बच्चों को और स्टाफ को काफी परेशानी हो रही है. वहीं अगर बात जिला शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूल को सॉफ्ट कॉपी भेजी गई है हार्ड कॉपी की संख्या कम है इसलिए अब स्कूल का स्टाफ सॉफ्ट कॉपी से फोटो स्टेट तैयार करके बच्चों को पेपर बंटेगा ताकि वह पेपर दे सके।

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