- उर्सुला के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे प्रधानमंत्री
European Commission President Ursula von der Leyen, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन अगले सप्ताह भारत आएंगी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर आज यह जानकारी दी। इसके मुताबिक उर्सुला वॉन डेर लेयेन 27-28 फरवरी को भारत दौरे पर आएंगी। उनके साथ यूरोपीय संघ (ईयू) आयुक्तों का कॉलेज भी होगा।
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राष्ट्रपति उर्सुला की यह तीसरी भारत यात्रा
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार राष्ट्रपति उर्सुला की यह तीसरी भारत यात्रा होगी। इससे पहले वे अप्रैल 2022 में द्विपक्षीय आधिकारिक यात्रा के लिए और सितंबर 2023 में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आ चुकी हैं। पीएम मोदी और राष्ट्रपति उर्सुला बहुपक्षीय बैठकों के दौरान नियमित रूप से मिलते रहे हैं।
पहली बार एक साथ होगा ईयू के आयुक्तों का पूरा कॉलेज
विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह पहली बार होगा जब यूरोपीय संघ के आयुक्तों का पूरा कॉलेज एक साथ भारत का दौरा करेगा। यह जून 2024 में आयोजित यूरोपीय संसदीय चुनावों के बाद दिसंबर 2024 में वर्तमान यूरोपीय आयोग के जनादेश की शुरुआत के बाद से इस तरह की पहली यात्राओं में से एक है। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति उर्सुला के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे।
2004 से रणनीतिक साझेदार हैं भारत-ईयू
विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक और यूरोपीय आयुक्तों व उनके भारतीय समकक्षों के बीच द्विपक्षीय मंत्रिस्तरीय बैठकें भी यात्रा के दौरान आयोजित की जाएंगी। भारत और यूरोपीय संघ 2004 से रणनीतिक साझेदार हैं।
कई क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं संबंध
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कई क्षेत्रों में उनके संबंध मजबूत हुए हैं। मंत्रालय के मुताबिक जैसा कि दोनों पक्ष रणनीतिक साझेदारी के तीसरे दशक में प्रवेश कर रहे हैं, राष्ट्रपति उर्सुला और ईयू के आयुक्तों के कॉलेज की यात्रा बढ़ते अभिसरण के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। भारत और ईयू के बीच संबंध लोकतंत्र और नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय बहुपक्षवाद के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। ये संबंध बहुआयामी हैं और व्यापार, निवेश, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, डिजिटल कनेक्टिविटी और कृषि सहित व्यापक स्पेक्ट्रम को कवर करते हैं।
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