- यूरोपीय देशों की समिट में 13 देश ले रहे हिस्सा
- ब्रिटेन ने यूक्रेन को दिया 24 हजार करोड़ का कर्ज
- स्टार्मर और जेलेंस्की ने समझौते पर किए हस्ताक्षर
Ukrainian President Zelensky In Britain, (आज समाज), लंदन: अमेरिकी दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ तीखी बहस के बाद एक समिट में भाग लेने के लिए ब्रिटेन पहुंचे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का वहां के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में आज यूरोपीय देशों की समिट होनी है और इसमें जर्मनी, फ्रांस इटली व डेनमार्क सहित 13 देश हिस्सा लेंगे।
नाटो के महासचिव भी सम्मेलन में लेंगे भाग
यूरोपीय संघ और यूरोपीय काउंसिल के प्रेसिडेंट के अलावा नाटो के महासचिव भी सम्मेलन में भाग लेंगे। जेलेंस्की शनिवार को ब्रिटेन पहुंचे जहां प्रधानमंत्री स्टार्मर ने गले लगाकर उनका स्वागत किया। इस बीच जेलेंस्की की सुपोर्ट में नारे भी लगाए गए। पीएम स्टार्मर ने जेलेंस्की को भरोसा दिलाया कि उन्हें पूरे ब्रिटेन का समर्थन हासिल है।
हम यूक्रेन के साथ खड़े : स्टार्मर
ब्रितानी प्रधानमंत्री ने कहा, हम आप और यूक्रेन के साथ खड़े हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने समर्थन के लिए उनका धन्यवाद किया। इस बीच ब्रिटेन ने यूक्रेन को 24 हजार करोड़ का कर्ज भी दिया। स्टार्मर और जेलेंस्की ने लोन को लेकर हुए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक जी7 देशों की एक्सट्रा-आर्डिनरी रेवन्यू एक्सीलरेशन पहल के अंतर्गत यह कर्ज दिया गया है। ब्रिटेन से मिले कर्ज को यूक्रेन जरूरी हथियार खरीदने में इस्तेमाल करेगा। बता दें कि बीते वर्ष अक्टूबर में जी7 देशों ने युद्धग्रस्त यूक्रेन को 50 बिलियन डॉलर (4.3 लाख करोड़ रुपए) की सहायता देने का करार किया था।
यूक्रेन के समर्थन पर ईयू में भी दिख रहा मतभेद
यूक्रेन के समर्थन के मसले पर यूरोपियन यूनियन (ईयू) में भी मतभेद दिख रहा है। हंगरी के प्रधानमंत्री ओर्बन विक्टर ने यूक्रेनी राष्टÑपति जेलेंस्की के खिलाफ यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि अच्छे लोग लोग शांति बरकरार रखते हैं, जबकि जो कमजोर लोग होते हैं वहीं युद्ध को प्राथमिकता देते हैं। ओर्बन विक्टर ने कहा कि ट्रंप ने यूक्रेन में शांति के लिए उसके साथ खड़े होने काम किया। लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको ने भी कहा है कि वह यूक्रेन को आर्थिक व सैन्य मदद नहीं देंगे। उन्होंने कहा, यूक्रेन सैन्य शक्ति के बलबूते रूस को कभी बातचीत के टेबल पर नहीं ला पाएगा।
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