संविधान की रक्षा के लिए समता, एकता और अखंडता जरूरी है: सीताराम यादव

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Equality unity and integrity are necessary to protect the constitution: Sitaram Yadav

नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:

  • संविधान दिवस पर सामूहिक उद्देशिका पठन किया और संकल्प लिया

नेहरू युवा केंद्र नारनौल की ओर से आजाद युवा समिति एवं बीएमडी फाउंडेशन के सहयोग से आज राजकीय महिला महाविद्यालय उन्हाणी में संविधान दिवस पर संविधान की उद्देशिका का सामुहिक पठन किया गया व एक दिवसीय नागरिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर अटेली विधायक सीताराम यादव मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विक्रम यादव व सन्दर्भ व्यक्ति के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता लक्की सीगड़ा मौजूद थे।

कार्यक्रम में मंच संचालन प्रोफेसर राजेश कुमार ने किया

अथितियों की उपस्थिति में सामुहिक रूप से शपथ ग्रहण की गई, जिसमें देश के सम्पूर्ण प्रभुत्व, लोकतंत्रात्मक गणराज्य की अवधारणा की मजबूती और समस्त नागरिक अधिकारों की रक्षा के साथ कर्तव्य पालन करते हुए समस्त प्रकार की समता रखने और राष्ट्र की एकता और अखण्डता को बनाए रखने के लिए दृढ़संकल्प अभिव्यक्त किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रोफेसर राजेश कुमार ने किया।

नागरिक का कर्तव्य संविधान का सम्मान करें

मुख्यातिथि विधायक सीताराम यादव ने कहा कि संविधान ही देश को विकसित और सुदृढ बनाने तथा दिशा निर्धारण करने का काम करता है। देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि संविधान का सम्मान करें। 26 नवम्बर को संविधान सभा द्वारा संविधान को स्वीकार करने से महत्वपूर्ण दिन बन गया है। भारतीय संविधान के कारण शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक आदि विकास संभव हो पाए हैं। संविधान ने सबको एकता के सूत्र में बांधा तथा जाति, रंग, क्षेत्र के भेद को मिटाया है। हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, जैन आदि सभी धर्मावलम्बियों को दिल से जोड़ने एवं अखंडता को मजबूत बनाने का सुअवसर प्रदान किया है।

नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी महेंद्र कुमार नायक ने संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि देश में विभिन्न समुदायों के जाति, धर्म, वर्ग, प्रांत, भाषा के अनुसार निवास करने वाले लोगों के बीच जरूरी भरोसा और सहयोग विकसित करने का काम संविधान करता है। देश को लोकतांत्रिक पद्धति से संचालित करने की व्यवस्था और सरकारों के अधिकारों की सीमा के साथ नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण भी संविधान करता है।

मौलिक कर्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते

प्रिंसिपल डॉ. विक्रम यादव ने कहा कि हर साल 26 नवंबर का दिन बेहद खास होता है। दरअसल, यही वह दिन है जब देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है। जहां संविधान के दिए मौलिक अधिकार हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं, वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य में हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते हैं।

कार्यक्रम में उपस्थित लक्की सीगड़ा ने कहा कि आज हम संविधान दिवस मना रहे हैं और भारतीय संविधान विश्‍व में अपने किस्‍म का अनूठा संविधान है। यह संविधान अतुल्‍य है, जिसमें हमें नये भारत के निर्माण के लिए आकांक्षा और अवसर प्रदान किया गया है। कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र के वालंटियर, एन एस एस वालंटियर और जिले की विभिन्न प्रान्त से आए हुए 100 से ज्यादा युवाओं ने भाग लिया।

ये उपस्थित रहे

कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र नारनौल के लेखाकार महेंद्र सिंह, राज्य युवा पुरस्कार विजेता कर्मपाल यादव, इंद्रजीत शर्मा, गीता, बीआरसी मोहित इसराना, डॉ. सुधीर, डॉ. सीमा देवी, प्रोफेसर नीतू, प्रोफेसर सोमेश, प्रोफेसर हरपाल, डॉ. अंकिता, डॉ. अनिल, एडवोकेट वीरेन्द्र दीक्षित, विरेन्द्र कैमला, मनोज कुमार, सतबीर सिंह, मनोज, कर्मबीर, कवर सैन वशिष्ठ, प्रेम सिंगला सहित समस्त महाविद्यालय स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

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