बरनाला : उद्यमी विकास योजना जनकल्याण केंद्र देश को मुहैया कराएगी सस्ता डीजल पेट्रोल : के.आर. अरुण

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अखिलेश बंसल, बरनाला :
देश में महंगाई की मार झेल रहे डीजल पेट्रोल उपभोक्ताओं का महंगा तेल कमर तोड़ मुसीबत बनता जा रहा है। आम उपभोक्ता को इससे बाहर निकलने के लिए आविष्कारक जरूरतों पर बल देने के लिए गुलजारीलाल नन्दा फाउंडेशन ने देश दुनिया में हो रहे प्रयोग के चलते भारत के खाद्यान पदार्थों धान मक्का, गन्ना, और चावल की फसल से सस्ता ईंधन इथाइल उपलब्ध कराने का विकल्प निकाला है। जिसमे लोगों को आज के रेट से 30 रुपये सस्ता डीजल व पेट्रोल मिल सकेगा। यह जानकारी भूतपूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न गुलजारी लाल नन्दा फाउंडेशन के चेयरमैन कृष्ण राज अरुण ने दी है।
पायलट प्रोजेक्ट से पैदा होंगे 1 लाख उद्यमी :
उन्होंने कहा है कि फाउंडेशन द्वारा अविष्कारक शोध परख के साथ भारत नवनिर्माण जन कल्याण योजना से इथाइल उधमिता को सशक्त शोध युक्त परिणाम दायक बनाया जाएगा। यह कदम भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय के लिए पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न नन्दा की स्मृति में सौगात होगा। उन्होंने कहा कि अविष्कार की सफलता के साथ ही फाउंडेशन की सहयोगी संस्थाएं भारतीय बाजार में इथाइल पेट्रोल पंप लगाने की तैयारी शुरू कर देंगी। इस योजना का संचालन राष्ट्रीय संस्था उद्यमी विकास योजना जनकल्याण केंद्र करेगी। इस पायलट प्रोजेक्ट व्यवसाय से 1 लाख उद्यमी पैदा होंगे। इस योजना का श्रीगणेश दिल्ली में भारत नवनिर्माण संकल्प समारोह के अंतर्गत होगा। इस योजना का माडल एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार के पास पहुंचा दिया गया है। चेयरमैन अरुण ने कहा कि तेल कंपनियों ने कोरोना काल में महंगा ईंधन बेचकर उपभोक्ताओं की कमर तोड़ दी है। जिससे न केवल आम लोग पीड़ित रहे हैं बल्कि किसान भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।  
देश का किसान होगा समृद्ध :
उन्होंने कहा कि मक्का, गन्ना, धान खेती इथाइल देगी इस बारे में किसी ने सोचा नहीं था। इस योजना के लिए हो रहे आविष्कार के बाद किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में रातें नहीं बितानी पड़ेगी। इस योजना से किसानों को बेहतरीन फायदे मिलेंगे, अच्छी कीमत पाने के लिए किसान खेतों में मक्की गन्ना चावल ईंधन पैदा करके दिखाएगा। अरुण के अनुसार इस योजना के सफल परिणाम सामने आने के बाद भारत देश को किसी दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय भारत सरकार में विदेशी स्वदेशी अनुदान के लिए अधिकृत 1990 से पंजीकृत एनजीओ नेशनल काउंसिल आफ सोशल वेलफेयर के वे मुख्य कार्यकारी निदेशक दिल्ली में बनाये गए हैं।