अकबर-बीरबल: जादुई गधे की कहानी Story Of Magic Donkey

बीरबल आया तो अकबर ने सारी कहानी बताई और हार को खोज निकालने की जिम्मेदारी सौंप दी। बीरबल ने समय व्यर्थ किए बिना ही राजमहल में काम करने वाले सभी लोगों को दरबार में आने के लिए संदेश भिजवाया।

0
648
Story Of Magic Donkey

आज समाज डिजिटल, अम्बाला।
Story Of Magic Donkey : एक समय बादशाह अकबर ने बेगम के जन्मदिन के लिए खूबसूरत और बेशकीमती हार बनवाया था। जब जन्मदिन आया तो बादशाह अकबर ने वह हार बेगम को तोहफे में दे दिया। अगली रात बेगम साहिबा ने वह हार गले से उतारकर एक संदूक में रख दिया। जब इस बात को कई दिन गुजर गए तो बेगम ने हार पहनने के लिए संदूक खोला, लेकिन हार कहीं नहीं मिला। इस बारे में बादशाह अकबर को बताया। इस बारे में पता चलते ही बादशाह अकबर ने सैनिकों को हार ढूंढने का आदेश दिया, लेकिन हार कहीं नहीं मिला। अकबर को यकीन हो गया कि बेगम का हार चोरी हो गया है।

Read Also : हनुमान जयंती ऐसें करें पूजा Hanuman Jayanti

Read Also : अकबर-बीरबल : मुर्गी पहले आई या अंडा? Chicken Came First Or Egg?

Story Of Magic Donkey

उसके पास जादुई शक्ति है Story Of Magic Donkey

अकबर ने बीरबल को महल में आने के लिए बुलावा भेजा। जब बीरबल आया तो अकबर ने सारी कहानी बताई और हार को खोज निकालने की जिम्मेदारी सौंप दी। बीरबल ने समय व्यर्थ किए बिना ही राजमहल में काम करने वाले सभी लोगों को दरबार में आने के लिए संदेश भिजवाया। दरबार में सभी काम करने वाले हाजिर थे, लेकिन बीरबल दरबार में नहीं था। बीरबल का इंतजार कर ही रहे थे कि बीरबल एक गधा लेकर राज दरबार में पहुंच जाता है। देर से दरबार में आने के लिए बीरबल बादशाह से माफी मांगता है। सभी सोचने लगते हैं कि बीरबल गधे को लेकर राज दरबार में क्यों आया है। फिर बीरबल बताता है कि यह गधा उसका दोस्त है और उसके पास जादुई शक्ति है। यह शाही हार चुराने वाले का नाम बता सकता है।

Read Also : अकबर-बीरबल : आधा इनाम Half Reward

Story Of Magic Donkey

आखिर में गधा बताएगा कि चोरी किसने की Story Of Magic Donkey

बीरबल जादुई गधे को नजदीक वाले कमरे में ले जाकर बांध देता है और कहता है कि सभी एक-एक करके कमरे में जाएं और गधे की पूंछ पकड़कर चिल्लाए “जहांपनाह मैंने चोरी नहीं की है। बीरबल कहता है कि आप सभी की आवाज दरबार तक आनी चाहिए। सभी के पूंछ पकड़कर चिल्लाने के बाद आखिर में गधा बताएगा कि चोरी किसने की है।
सभी कमरे के बाहर एक लाइन में खड़े होकर एक-एक करके सभी ने कमरे में जाना शुरू कर दिया। जो भी कमरे के अंदर जाता, तो पूंछ पकड़ कर चिल्लाना शुरू कर देता “जहांपनाह मैंने चोरी नहीं की है। अंत में बीरबल कमरे में जाता है और कुछ देर बाद कमरे से बाहर आ जाता है।

जहांपनाह इसने चोरी की है  Story Of Magic Donkey

बीरबल सभी काम करने वालों के पास जाकर उन्हें दोनों हाथ सामने करने को बोलता है और एक-एक करके सभी के हाथ सूंघने लगता है। बीरबल की इस हरकत को देखकर सभी हैरान हो जाते हैं। ऐसे ही सूंघते-सूंघते एक काम करने वाले का हाथ पकड़कर बीरबल जोर से बोलता है, “जहांपनाह इसने चोरी की है।” ये सुनकर अकबर बीरबल से कहते हैं, “तुम इतने यकीन के साथ कैसे कह सकते हो कि चोरी इस सेवक ने ही की है।

बीरबल की अक्लमंदी की सभी ने सराहना की Story Of Magic Donkey

क्या तुम्हें जादुई गधे ने इसका नाम बताया है।बीरबल ने कहा कि जहांपनाह यह गधा जादुई नहीं है। यह बाकी गधों की तरह साधारण ही है। बस मैंने इस गधे की पूंछ पर एक खास तरह का इत्र लगाया है। सभी सेवकों ने गधे की पूंछ को पकड़ा, बस इस चोर को छोड़कर। इसलिए इसके हाथ से इत्र की खुशबू नहीं आ रही है।” चोर को पकड़ लिया और उससे चोरी के सामान के साथ ही बेगम का हार भी बरामद कर लिया गया। बीरबल की इस अक्लमंदी की सभी ने सराहना की और बेगम ने खुश होकर बादशाह अकबर से उसे उपहार भी दिलवाया।

शिक्षा : बुरे काम को कितना भी छुपाने की कोशिश करो, एक दिन सबको पता चल ही जाता है।

Read Also : हिंदू नववर्ष के राजा होंगे शनि देव

Read Also : पूर्वजो की आत्मा की शांति के लिए फल्गू तीर्थ 

 Connect With Us: Twitter Facebook