नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
लघु सचिवालय महेंद्रगढ़ में एसडीएम हर्षित कुमार आईएएस ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के अंतर्गत उपमंडल स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी कमेटी की बैठक ली। इसमें इस एक्ट के तहत दर्ज मामलों की समीक्षा की गई।
पीड़ितों को आर्थिक सहायता समय पर दी जानी सुनिश्चित करें : एसडीएम
उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत सभी केसों के मुकदमों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि इन केसों के तहत सभी पीड़ितों को आर्थिक सहायता समय पर दी जानी सुनिश्चित की जाए तथा पुलिस विभाग से तालमेल करके इनकी स्थिति का अधिकारी जायजा लेते रहे तथा अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें की पीड़ितों को सहायता लेने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम का केस लगता है तो अधिकारी तुरंत उसे संबंधित विभाग को भेजें।
उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य विभाग सभी सफाई कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध करवाए तथा यह भी सुनिश्चित करें कि कोई भी सफाई कर्मचारी बिना सेफ्टी किट व अन्य जरूरी उपकरणों के बिना सफाई कार्य को ना करें। उन्होंने कहा कि सेफ्टी किट के साथ-साथ समय-समय पर सभी सफाई कर्मचारियों का मेडिकल चेकअप कैंप लगाएं ताकि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति मैनुअल स्कैवेंजर एक्ट 2013 की अवेहलना करे तो इसकी सूचना विभाग को दे।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर जिला कल्याण विभाग से एआरओ धर्मेंद्र कुमार, जन स्वास्थ्य विभाग से जेई दीपक यादव, चमन शर्मा एसएम, एसईपीओ बलजीत सिंह, एएसआई राजीव, रामसिंह लिपिक तथा गैर सरकारी लोगों में अमीलाल पूर्व सरपंच, दयाचंद पूर्व सरपंच मालड़ा, रोहताश सिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद थे।
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