लगाए गए पौधों का संरक्षण सुनिश्चित करें : सुरेश भारद्वाज

0
455

आज समाज डिजिटल, शिमला:
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि वन महोत्सव का उद्देश्य तब तक पूर्ण नहीं होगा, जब तक हम इसके तहत लगाए गए पौधों का संरक्षण सुनिश्चित नहीं करेंगे। वे शिमला के साथ लगते मेहली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रांगण में 18 लाख रुपए से अधिक राशि से बनने वाले स्कूल कमरों का शिलान्यास व पौधरोपण कार्यक्रम के उपरांत जनता को संबोधित कर रहे थे। भारद्वाज ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जलवायु संरक्षण के लिए भी पौधरोपण अत्यंत आवश्यक है। शिमला में 8 उत्कृष्ट विद्यालयों का निर्माण किया जा चुका है, जबकि अन्य 8 उत्कृष्ट विद्यालय जिले की प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वर्ण उत्कृष्ट ज्ञानोदय विद्यालय का निर्माण भी जिले में किया जाएगा तथा प्राथमिक स्तर के 16 ज्ञानोदय विद्यालय जिले में निर्मित किए जाएंगे।
शिक्षकों के नए पद भरने की प्रक्रिया जारी
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों के नए पद भरने की प्रक्रिया जारी है। साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान द्वारा रखी गई मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक गंभीरता से विचार कर उसे जल्द पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने महिला मंडल भवन के निर्माण के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने घोड़ना क्षेत्र में पौधरोपण कार्यक्रम में देवदार का पौधा रोपित किया।
पंचायत प्रधान ने मुख्यातिथि का स्वागत किया
पंचायत प्रधान सुरेन्द्र गर्ग ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और विभिन्न मांगों से अवगत करवाते हुए उसे पूर्ण करने का आग्रह किया। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अमिता भारद्वाज ने भी यहां अपने विचार रखे। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य संतोष शर्मा, पूर्व उप-महापौर एवं पार्षद राकेश शर्मा, पार्षद राजेन्द्र चौहान, आशा शर्मा, मंडलाध्यक्ष जितेन्द्र भोटका, पंचायत समिति सदस्य अनिल कुमार, शिक्षक प्रकोष्ठ के संयोजक गुरुदत्त शर्मा, युवा कार्यकर्ता गोपाल वर्मा, वरिष्ठ कार्यकर्ता रचना शर्मा, महिला मोर्चा की वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रतिभा बाली, सोशल मीडिया प्रभारी कल्पी शर्मा, उपमंडलाधिकारी शिमला ग्रामीण बीआर शर्मा, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग सुरेश कपूर, अधिशाषी अभियंता सुधीर गुप्ता, उप-निदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा, उप-निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा भाग सिंह चौहान तथा साथ लगती पंचायतों के प्रधान व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।