Naxalism in Chhattisgarh, (आज समाज), रायपुर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में छत्तीसगढ़ का दौरा किया था। राजधानी रायपुर में अपने तीन दिन के प्रवास के दौरान गृहमंत्री ने नक्सलवाद के मुद्दे पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बात की थी और इसके बाद से प्रदेश में फोर्स फुल एक्शन में है। अमित शाह के मोटिवेशन से पुलिस व अन्य सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है।
बस्तर संभाग में डटे हैं सुरक्षा बल
सुरक्षा बलों ने ‘लाल आतंक’ के साये यानी नक्सलियों से उनके गढ़ बस्तर संभाग को मुक्त करवाने के लिए अभियान चला रखा है और इस दौरान लगातार एनकाउंटर हो रहे हैं। फोर्स को नक्सल मोर्चे पर एक के बाद एक बड़ी कामयाबी मिल रही है। बरसात के बीच बस्तर संभाग में सुरक्षा बल डटे हुए हैं।
जनवरी से अब तक 240 दिन में 153 ढेर, 690 अरेस्ट
बस्तर संभाग के आईजी पी. सुंदरराज ने बताया है कि जनवरी 2024 से 3 सितंबर तक 240 दिन में बड़ी मुठभेड़ा में सुरक्षा बलों ने 153 नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं 690 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। इसके अलावा 650 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। 15 जून को नारायणपुर जिले में ओरछा थानांतर्गत फरसबेड़ा-धुरबेड़ा के बीच मुठभेड़ में 8 नक्सली मार गिराए गए थे।
अप्रैल में दो मुठभेड़, 52 नक्सली ढेर
दो अप्रैल को बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में हुई जबरदस्त मुठभेड़ में पुलिस ने तीन महिला नक्सली समेत 13 नक्सलियों को मार गिराया था। घटनास्थल से पुलिस ने कई अत्याधुनिक हथियार बरामद किये थे। इसके बाद फोर्स और नक्सलियों के साथ 6 अप्रैल को तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर पुजारी कांकेर के करीर्गुटा के जंगलों में मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर हुए थे।
16 अप्रैल को देश की सबसे बड़ी नक्सली मुठभेड़
16 अप्रैल को कांकेर में पुलिस ने नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मार गिराए थे। यह देश की सबसे बड़ी नक्सली मुठभेड़ थी, जिससे नक्सली डर के कारण कांप उठे थे। 30 अप्रैल को 9 घंटे तक चली मुठभेड़ में जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया था। बूझमाड़ के टेकामेटा के जंगलों में डीआरजी और एसटीएफ के जवानों का सामना नक्सलियों से हुआ था। मारे गए नक्सलियों में 3 महिला और 7 पुरुष माओवादी शामिल थे।